UP News: पुलिस के हाथ लगा चोरों का सरगना, 32 की उम्र 52 मुकदमे, जेल जाने से पहले कर लेता था जमानत का इंतजाम
गौतम चोरी का छह सदस्यीय गिरोह चलाता है। उसने गिरोह को दो भागों में बांट रखा था। जब तीन सदस्य सलाखों के पीछे होते थे तो तीन बाहर रहते थे। वह अंदर वालों के रुपये जुटाते वकील करते और केस लड़कर जमानत कराते थे। गिरोह के लोग शहर भर में घूम-घूम कर बंद घरों की रेकी करके चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। चोर गिरोह के सरगना 32 वर्षीय गौतम शुक्ला के खिलाफ 52 अपराधिक मुकदमे दर्ज शहर के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। उसने बाहर से लेकर जेल के अंदर अपनी ऐसी तगड़ी सेटिंग कर रखी थी कि ज्यादा दिन तक जेल में नहीं रह पाता था।
गौतम चोरी का छह सदस्यीय गिरोह चलाता है। उसने गिरोह को दो भागों में बांट रखा था। जब तीन सदस्य सलाखों के पीछे होते थे तो तीन बाहर रहते थे। वह अंदर वालों के रुपये जुटाते, वकील करते और केस लड़कर जमानत कराते थे। गिरोह के लोग शहर भर में घूम-घूम कर बंद घरों की रेकी करके चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।
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पुलिस उपायुक्त पश्चिम डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि ठाकुरगंज पुलिस ने गिरोह सरगना गौतम शुक्ला के अलावा अरविंद मिश्रा और करन के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई कर जेल भेज दिया। गिरोह के तीन अन्य सदस्यों में ऋषि कोरी के खिलाफ 32 मुकदमे, देवेंद्र उर्फ देवा पर छह और रोहित कोरी पर चार मुकदमे दर्ज हैं।
इनके खिलाफ भी गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की जा रही है। यह तीनों जेल में हैं। गिरोह करीब 10 साल से सक्रिय है। पहली बार गिरोह के सभी सदस्य जेल के अंदर हैं।
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तीन अंदर और तीन रहते थे जेल के बाहर
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज श्रीकांत राय के मुताबिक जब गिरोह के तीन सदस्य अंदर रहते थे तो तीन अन्य बाहर रहकर उनकी जमानत के प्रयास में जुट जाते थे। ऋषि कोरी और उसके दो अन्य साथियों को फरवरी माह में चोरी के मामले में जेल भेजा गया था। पहली बार गिरोह के सभी छह सदस्य एक साथ अंदर हैं।
सूखी नालियां और दरवाजे के नीचे धूल जमा देखकर घरों को करते थे टारगेट
गिरोह के लोग रेकी और चोरी दोनों में अलग-अलग गाड़ी का प्रयोग करते थे। रेकी के दौरान बंद घरों में सूखी पड़ी नाली और दरवाजे पर जमी धूल से अंदाजा लगाते थे कि यहां कई दिनों से कोई नहीं है। उन्हें ही टारगेट करते और रात में चोरी करते थे।