Lucknow News : नगर निगम में नौकरी चाहिए तो पुलिस लाइन आ जाओ; थाने में दी गई तहरीर
पीएम स्वनिधि योजना का फार्म भरवाने वाली संस्था के कर्मचारियों ने नगर निगम के कपूरथला स्थित जोन तीन कार्यालय में बैठकर यह ठगी हो रही थी और जोन तीन के अधिकारी अंजान बने हुए थे। इतना ही नगर निगम के दफ्तर में ही अभ्यर्थियों का साक्षात्कार तक लिया गया था।
जागरण संवाददाता, लखनऊ : नगर निगम में नौकरी चाहिए तो पुलिस लाइन में आकर मिल लो। एक जालसाज के इस खेल में कई बेरोजगार भी फंस चुके हैं। धीरे-धीरे यह मामला खुलता गया और एक विधायक ने नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत किया कि कुछ लोग नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजी कर रहे हैं।
इसके बाद नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह ने नौकरी देने की बात कर रही एसएलआरएल संस्था के दिए गए मोबाइल नंबर पर फोन किया और नौकरी दिलाने की बात कही तो दूसरी तरफ से आवाज आई कि पुलिस लाइन आ जाओ।
नगर निगम की तरफ से हजरतगंज थाने में तहरीर दी गई है, जिसमे कहा गया है कि एसएलआरएल संस्था की तरफ से नगर निगम लखनऊ में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से संपर्क किया जा रहा है।
तहरीर में कहा गया कि शासन और नगर निगम की तरफ से किसी प्रकार की नौकरी नहीं दी जा रही है और सभी संवर्ग की नौकरी को प्रतिबंधित रखा गया है। तहरीर में संस्था के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है।
नगर निगम भी जांच के घेरे में
एसएलआरएल संस्था वह हैं, जिसे नगर निगम व पुलिस विभाग ने पुलिस लाइन के कूड़ा प्रबंधन का काम दे रखा है और नौकरी देने की बात करने वाले भी पुलिस लाइन ही बुला रहे हैं। तहरीर देने के बाद नगर निगम को यह पता चला कि यह उसी कंपनी का नाम हैं, जिसे पुलिस लाइन के कूड़ा प्रबंधन का काम मिला है।
इसकी जानकारी होने पर अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार ने एसएलआरएल संस्था के श्रीनिवासन से फोन पर बात की, जो 45 दिनों से कर्नाटक में हैं और उनका कहना था कि उनके यहां स कोई नौकरी नहीं दी जा रही है।
पहले भी हो चुकी है ठगी
दरअसल यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी नगर निगम के नाम पर जालसाजों ने बेरोजगारों को ठगा था लेकिन नगर निगम की तरफ से कोई कड़ी कार्रवाई न किए जाने से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। कुछ माह पहले भी नगर निगम के जोन तीन कार्यालय में भी नौकरी देने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया था।
पीएम स्वनिधि योजना का फार्म भरवाने वाली संस्था के कर्मचारियों ने नगर निगम के कपूरथला स्थित जोन तीन कार्यालय में बैठकर यह ठगी हो रही थी और जोन तीन के अधिकारी अंजान बने हुए थे। इतना ही नगर निगम के दफ्तर में ही अभ्यर्थियों का साक्षात्कार तक लिया गया था।