राष्ट्रपति चुनाव : मुलायम सिंह यादव व शिवपाल के रुख से विपक्ष को झटका
शिवपाल सिंह यादव ने तो साफ कह दिया है कि उनका मत रामनाथ कोविंद को ही जाएगा। विपक्ष के इन दो मजबूत नेताओं ने ही मीरा कुमार के वोट बैंक में सेंध लगा दी है।
लखनऊ (जेएनएन)। देश के राष्ट्रपति चुनाव के लिए कल होने वाले मतदान से पहले ही संयुक्त विपक्ष को झटका लगा है। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक तथा आजमगढ़ से सांसद मुलायम सिंह यादव के साथ ही उनके अनुज शिवपाल सिंह यादव के रुख से समाजवादी पार्टी के विधायकों का एकजुट होने में संदेह है।
मुलायम सिंह यादव जहां एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को पहले ही मजबूत तथा अच्छा प्रत्याशी मान चुके हैं, वहीं शिवपाल सिंह यादव ने भी खुलकर रामनाथ कोविंद की प्रशंसा की है। मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ में रामनाथ कोविंद के सम्मान में आयोजित डिनर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि उनके रामनाथ कोविंद से बहुत ही मधुर संबंध हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने तो साफ कह दिया है कि उनका मत रामनाथ कोविंद को ही जाएगा। शिवपाल सिंह यादव इटावा के जसवंतनगर से विधायक हैं और अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। विपक्ष के इन दो मजबूत नेताओं ने ही मीरा कुमार के वोट बैंक में सेंध लगा दी है।
उत्तर प्रदेश के समाजवादी परिवार में झगड़े का असर राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की एकता पर भी पड़ रहा है। यह तय है कि मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव क्रॉस वोटिंग करेंगे। समाजवादी पार्टी के यह दोनों दिग्गज अखिलेश यादव तथा मीरा कुमार की अपील से अलग एनडीए उम्मीदवार को वोट देंगे।
राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई एनडीए के बढ़ते जनाधार को देखते हुए विपक्षी नेताओं के सामने अस्तित्व का खतरा पैदा हो गया है। वोटों के गणित के हिसाब से संयुक्त विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार वैसे ही पिछड़ती दिख रही हैं। इसके बाद मुलायम सिंह यादव तथा शिवपाल सिंह यादव के पाला बदलने के चलते उनकी दावेदारी और भी कमजोर होती दिख रही है।
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मुलायम सिंह यादव ने 20 जून को लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से रात्रि भोज में शिरकत करके राष्ट्रपति चुनाव में कोविंद का ही समर्थन करने के स्पष्ट संकेत दिये थे। अखिलेश यादव तथा बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने निमंत्रण मिलने के बाद भी रात्रिभोज का बहिष्कार किया था।
देखें तस्वीरें : लखनऊ में यूपीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार
अखिलेश के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी उनके विधायक चाचा शिवपाल भी मुलायम का अनुसरण करने का खुला एलान कर चुके हैं। उनका कहना है नेताजी (मुलायम) जो कहेंगे, वहीं होगा। शिवपाल के वफादार कहे जाने वाले दीपक मिश्र ने कोविंद के खुले समर्थन का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री को उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाये जाने पर बधाई दी थी। मिश्र किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
सपा के शीर्ष नेतृत्व में इस मतभेद के कारण पार्टी के विधायक और सांसद भी पसोपेश में हैं कि वे आखिर किसके साथ जाएं। 47 सीटों वाली सपा के मतदान से राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, मगर इससे परिवार में कलह और दूरियां जरूर बढ़ेंगी। लोकसभा में मुलायम समेत सपा के पांच सांसद हैं जबकि राज्यसभा में उसके 19 सदस्य हैं। इनमें असम्बद्ध सदस्य के तौर पर अमर सिंह भी शामिल हैं जिन्हें पार्टी से निकाला जा चुका है। अखिलेश यादव विधान परिषद सदस्य हैं। इस उच्च सदन के सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं कर सकते, इसलिये अखिलेश भी वोट नहीं डाल पाएंगे। उनकी सांसद पत्नी डिम्पल यादव इस चुनाव में मतदान कर सकेंगी।
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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल आगामी 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। नये राष्ट्रपति के पद के लिए कल मतदान होना है। लखनऊ में विधान भवन में मतदान होगा।