लखनऊ विवि में फर्जी चेक से करोड़ों डकारने वाले दो और गिरफ्तार, दो फरार Lucknow news
हसनगंज पुलिस ने दबोचा तीन अभियुक्त पहले हो चुके हैं गिरफ्तार। आरोपितों में एक यूको बैंक का है अधिकारी अन्य की तलाश।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विवि में फर्जी चेक से करोड़ों रुपये निकालने के मामले में हसनगंज पुलिस ने दो और जालसाजों की गिरफ्तारी की है। पकड़े गये अभियुक्तों में पटना बिहार निवासी मानस कुमार व उसका साथी यूको बैंक में अधिकारी गोमतीनगर निवासी आनंद शुक्ला है।
इस संबंध में कुलसचिव एसके शुक्ला की ओर से हसनगंज कोतवाली में एफआइआर कराई गई थी। जालसाजों ने विवि की परीक्षा निधि के खाते से 14 चेकों के जरिए छह फर्मों के नाम एक करोड़ 40 लाख रुपये निकाल लिये थे। इस मामले में पूर्व में जालसाज सुशील कुमार यादव, रोनत गुप्ता और अमरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है। अभी दो और अभियुक्त श्रीकांत उर्फ मुकेश व अर्जुन कुमार दुबे के नाम प्रकाश में आए हैं।
जालसाजी में पकड़े गये अभियुक्त आनंद शुक्ला पर यूको बैंक प्रबंधन ने कार्रवाई की और उसका डिमोशन करके सर्विस ब्रांच आइटी शाखा लखनऊ में कर दिया गया। वहीं से आनंद फरार प्रकाश में आए साथी श्रीकांत को सूचनाएं उपलब्ध कराता था। आनंद ने ही श्रीकांत को विवि के चेक की रंगीन छायाप्रति व सभी चेक नंबर उपलब्ध कराये। इसी आधार पर श्रीकांत ने साथियों संग मिलकर कई चेक तैयार किये, जो फर्मों में लगाये गये। फर्मों को तलाश कर उनके खाते में चेकलगाने का काम अमरेंद्र व मानस के माध्यम से होता था। जालसाजों ने उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त बिहार, दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में जालसाजी की है।
छोटे फर्मों के मालिकों को दस प्रतिशत देकर बनाया माध्यम
एएसपी ट्रांसगोमती राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त मानस कुमार पुरानी चेकों का क्लोन बनाकर बिचौलियों के माध्यम से छोटे फर्मों के मालिकों को लालच देता है और खातों में रकम डलवाकर पांच से दस प्रतिशत उन्हें देकर शेष धनराशि ले लेता था।
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