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AMU Centenary Year: 56 वर्ष बाद AMU के कार्यक्रम में शामिल होने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे नरेंद्र मोदी

AMU Centenary Year अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की स्थापना के सौ वर्ष पूरा होने पर 22 दिसंबर को पीएम मोदी ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से शामिल होंगे। यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एएमयू के किसी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इंतजामिया ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 11:32 AM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 11:39 AM (IST)
22 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम को पीएम मोदी बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करेंगे

लखनऊ, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने लगातार दूसरे कार्यकाल में अनोखे काम कर रहे हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 22 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम को पीएम मोदी बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करेंगे। इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में 56 वर्ष पहले पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री सम्मिलित हुए थे। 

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की स्थापना के सौ वर्ष पूरा होने पर 22 दिसंबर को पीएम मोदी ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से शामिल होंगे। इसके साथ यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एएमयू के किसी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इंतजामिया ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इससे पहले 19 दिसंबर 1964 को तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू में दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था। 22 को शताब्दी समारोह के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शामिल होंगे। पहले विश्वविद्यालय ने घोषणा की थी कि शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि हो सकते हैं। मुख्य अतिथि के नाम में बदलाव अंतिम समय में किया गया है।

कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने निमंत्रण स्वीकार करने के लिए प्रधानमंत्री व शिक्षा मंत्री का आभार जताते हुए कहा कि शताब्दी समारोह में उनकी उपस्थिति से देश और दुनिया में फैले एएमयू समुदाय को एक महत्वपूर्ण संदेश मिलेगा। समारोह में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति तथा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सहित विभिन्न प्रमुख हस्तियों को भी आमंत्रित किया गया है। कुलपति ने कहा कि इस ऐतिहासिक वर्ष के दौरान विश्वविद्यालय का और अधिक विकास होगा, जिससे छात्रों को निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में नियुक्ति में मदद मिलेगी। प्रोफेसर मंसूर ने विश्वविद्यालय के समुदाय, कर्मचारियों, सदस्यों, छात्रों और पूर्व छात्रों से आगामी कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि शताब्दी समारोह में अभी लोग राजनीति से ऊपर उठकर शामिल हों। तारिक मंसूर ने कहा कि कोविड-19 के कारण एएमयू तथा इसके विभिन्न संस्थानों और पूर्व छात्र संगठनों द्वारा कई कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किए जा रहे हैं। कुलपति ने सभी वर्गों से विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में सहयोग करने की अपील भी की है।

1920 में बना अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय

मुहम्मद एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज 1 दिसंबर 1920 को राजपत्र अधिसूचना के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बन गया था। उसी साल 17 दिसंबर को एएमयू का औपचारिक रूप से एक विश्वविद्यालय के रूप में उद्घाटन किया गया था। 17 दिसंबर को तत्कालीन कुलपति मुहम्मद अली मुहम्मद खान राजा महमूदाबाद ने इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया था।

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