Move to Jagran APP

सड़क के बाद उत्तर प्रदेश में रेल पटरी पर चार हादसे, बाधित रहा संचालन

शनिवार तड़के तक सड़क हादसे के बाद रेल पटारी पर हादसे होने लगे। शनिवार को बिजनौर के बाद बरेली चित्रकूट और कानपुर में रेलवे पटरी पर हादसों के बाद रेल संचालन प्रभावित रहा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 05:07 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 05:07 PM (IST)
सड़क के बाद उत्तर प्रदेश में रेल पटरी पर चार हादसे, बाधित रहा संचालन

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार रात से शनिवार तड़के तक सड़क हादसे के बाद रेल पटारी पर हादसे होने लगे। शनिवार को बिजनौर के बाद बरेली, चित्रकूट और कानपुर में रेलवे पटरी पर हादसों के बाद रेल संचालन प्रभावित रहा।

loksabha election banner

बिजनौर में तो मामला काफी अचंभित करने वाला रहा। यहां पर मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। इसके बाद इनको पटरी पर लाने के लिए पहुंची क्रेन वैन के इंजन का पहिया भी पटरी से उतर गया। बिजनौर के नगीना रेलवे स्टेशन के माल गोदाम के पास शनिवार को मालगाड़ी के दो वैगन के दस पहिए पटरी से उतरने से अफरातफरी मच गई। इन पहियों के ट्रैक से उतरने से करीब चार किलोमीटर ट्रैक के स्लीपर मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। यहां पर मालगाड़ी से जोर जोर से आवाजे आने की सूचना मठेरी 443 फाटक के गेटमैन मोहम्मद नाजिम ने अधिकारियों को सुबह 6:45 पर दी। सूचना मिलते ही रेलवे विभाग में खलबली मच गई। आनन-फानन में मालगाड़ी को नगीना रेलवे स्टेशन पर रोका गया। इसके बाद मुरादाबाद से टीम पर नगीना पहुंची। इसी दौरान एक्सिडेंटल रिलीफ ट्रेन के एक वैगन के चार पहिए भी शंटिंग के दौरान पटरी से उतर गए। इस घटना के बारे में रेलवे विभाग का कोई भी अधिकारी व टीम कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। इससे पहले भी 17 अक्टूबर 2019 को कोयले से भरी मालगाड़ी के एक बैगन के चार पहिया उतर चुके हैं।

तीन घंटे की मशक्कत

बिजनौर में शनिवार को एक खाली मालगाड़ी सहारनपुर से मुरादाबाद जा रही थी। स्टेशन मास्टर राजीव चंद्र सती ने बताया कि जब मालगाड़ी सुबह मठरी रेलवे फाटक पर पहुंची तो ड्यूटी पर तैनात गेटमैन मोहम्मद नाजिम ने उन्हें सूचना दी कि चलती मालगाड़ी से जोर-जोर से आवाज आ रही है, सूचना पर मालगाड़ी को तुरंत नगीना रेलवे स्टेशन रोका गया और मुरादाबाद से एक्सीडेंटल रिलीफ ट्रेन मंगाई गई। बाद में कड़ी मशक्कत के बाद दोनों गाडिय़ों के 14 पहियों को तीन घंटे के भीतर पटरी पर चढ़ा दिया गया। इसके बाद भी दोनों लाइन पर ट्रेन यातायात प्रभावित है।

चित्रकूट में दो हिस्से में बंटी मालगाड़ी

चित्रकूट जिले के बहिलपुरवा और ओहन के बीच प्रयागराज छिवकी से कोयला लाद कर झांसी जा रही मालगाड़ी अपरान्ह करीब ढाई बजे दो हिस्सों में बंट गई है। इससे इंटरसिटी और झांसी-मानिकपुर पैसेंजर को चित्रकूटधाम कर्वी रेलवे स्टेशन पर रोकना पड़ा। इस रेल रूट पर चित्रकूट से मानिकपुर के बीच रेल संचालन ठप हो गया। रेलवे के अफसरों के अनुसार कपलिंग टूटने से हादसा हुआ है। यहां तकनीकी अधिकारी मौके पर हैं। उनके निर्देशन पर मालगाड़ी की कपलिंग जोड़ी गई।

बरेली में मालगाड़ी ने मारी ट्रैक्टर-ट्राली को टक्कर

बरेली में बरेली से लखनऊ की ओर जा रही मालगाड़ी ने सामने आ रही एक ट्रैक्टर-ट्राली को टक्कर मार दी। मालगाड़ी सुइया स्टेशन के पास पहुँची थी कि पास में कच्चे रास्ते पर चल रही ट्रैक्टर-ट्राली पटरी पर आ गयी। इसी दौरान कुछ ही दूर पर मालगाड़ी देख चालक टैक्टर वहीं पर छोड़कर भाग निकला। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया, लेकिन तब तक मालगाड़ी का इंजन ट्रैक्टर-ट्रॉली से जा टकराया। जिसकी सूचना रेल कंट्रोल को देकर क्रेन मंगवाई गई। उसकी मदद से ट्रैक्टर-ट्राली को रेल ट्रैक से हटवाया गया। इस दौरान करीब डेढ़ घंटे तक अप- डाउन ट्रैक की गाडिय़ां जहां तहां रोक दी गई।

कानपुर में पटरी से उतरा इंजन

कानपुर में दमोह से सीमेंट लादकर बेगुसराय जा रही मालगाड़ी का इंजन और एक वैगन गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन से पहले डिरेल हो गया। इस हादसे के बाद झांसी और हावड़ा रेलवे मार्ग करीब पौन घंटे प्रभावित रहा। स्टेशन डायरेक्टर समेत रेलवे के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और हादसे के जांच के आदेश दिए हैं।

दमोह से सीमेंट लादकर बेगुसराय जा रही मालगाड़ी ने सुबह करीब पौने छह बजे जैसे ही गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन के यार्ड में प्रवेश किया तो कैंची के पास अचानक तेज आवाज के साथ इंजन पटरी से उतर गया। लोको पायलट जब तक ब्रेक लगाता इंजन के ठीक पीछे वाला वैगन भी डिरेल हो गया। हादसे के बाद झांसी रूट पूरी तरह से ठप हो गया, वहीं असर दिल्ली से आने वाले नार्थ और साउथ रेलवे ट्रैक पर भी असर पड़ा। ट्रेनों को तत्काल जहां का तहां रोक दिया गया। भीमसेन रेलवे स्टेशन, पनकी और भाऊपुर में भी ट्रेनों को रोकना पड़ा।

पौन घंटे तक झांसी रूट पर बंद रहा रेल यातायात

कानपुर सेंट्रल से मानिकपुर जाने वाले ट्रेन संख्या 51802 सुबह 7.32 के स्थान पर 1.22 घंटा बाद रवाना की गई। सूचना पर स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय मौके पर पहुंचे। इसके बाद मालगाड़ी को बैक करके ट्रैक क्लीयर कराया गया। इस दौरान करीब पौन घंटे तक झांसी रूट पूरी तरह से बंद रहा। इसके बाद भी झांसी से आने वाली ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा, जबकि हावड़ा रूट पर आवागमन शुरू हो गया। स्टेशन डायरेक्टर ने बताया कि हादसे की जांच के आदेश मुख्यालय स्तर से दिए गए हैं। फिलहाल अब तक की जांच में मालगाड़ी की रफ्तार व अन्य बिंदु सही पाए गए हैं। माना जा रहा है कि इंजन या ट्रैक में किसी खामी की वजह से हादसा हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.