जनता के सुझाव पर काशी बनेगा स्मार्ट सिटी
लखनऊ। काशी को स्मार्ट सिटी का ब्लू प्रिंट जनता जनार्दन बनाएगी। इसके लिए प्रबुद्धजनों, व्यापारियों, छ
लखनऊ। काशी को स्मार्ट सिटी का ब्लू प्रिंट जनता जनार्दन बनाएगी। इसके लिए प्रबुद्धजनों, व्यापारियों, छात्रों, गृहणियों संग सामान्य लोगों के भी सुझाव लिए जाएंगे। स्वच्छता, शहर का मौलिक स्वरूप, आर्थिक सुधार व बेहतर जीवन स्तर जैसे चार चरणों पर मंथन होगा। सुझाव लेने की जिम्मेदारी स्थानीय नगर निगम की होगी। इसके लिए बेवसाइट स्मार्टवाराणसी.ओआरजी जारी की जाएगी। इसपर कोई भी, स्मार्ट सिटी संबंधित अपना सुझाव पोस्ट कर सकता है।
यह पूरी कवायद चार से पांच माह में पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद स्मार्ट सिटी को आकार देने का कार्य शुरू हो जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय नगर विकास मंत्रालय के सचिव शंकर अग्रवाल ने शुक्रवार को दी। वह सर्किट हाउस में नगर निगम, वाराणसी विकास प्राधिकरण, जल निगम आदि विभागों के अधिकारियों संग बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जनता का सुझाव जरूरी होता है क्योंकि लोग ही बिल्कुल सटीक बताएंगे कि शहर की जरूरतें क्या हैं।
विकास योजना के चार चरण
स्वच्छ शहर : छोटे-छोटे प्लांट
इसके तहत कूड़ा प्रबंधन संग सबसे अधिक उसके प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग) पर जोर होगा। इसके लिए छोटे-छोटे प्लांट लगाने पर मंथन होगा ताकि खाद, बिजली व अन्य ऊर्जा स्रोत के तौर पर इस्तेमाल हो सके।
मौलिकता : धरोहरों का संरक्षण
हर धर्म के मंदिर व उपासना स्थल समेत गंगा व गंगा घाट, भवन आदि ऐतिहासिक महत्व रखते हैं। यह दुनिया का सबसे पुराना शहर है इसलिए यहां के पुराने मुहल्ले भी ऐतिहासिक धरोहर हैं। इनके संरक्षण पर बल दिया जाएगा।
आर्थिक : थाती का विस्तार
स्मार्ट सिटी के तहत आर्थिक विकास पर जोर होगा ताकि प्रतिभाएं कहीं अन्यत्र न जाएं। इसके लिए यहां की थाती यानी बुनकरी, लकड़ी की कारीगरी, खिलौना कुटीर व लघु उद्योग आदि जैसे परंपरागत व्यवसाय को विस्तार होगा।
बेहतर जीवन : मूलभूत सुविधा
शहर के लोगों का जीवन बेहतर करने के लिए मूलभूत सुविधाएं मुकम्मल करनी होंगी। प्रत्येक घर का कनेक्शन सीवर लाइन हो। कम से कम 20 घंटे पानी तो 24 घंटे बिजली मिले। जमीन-जायदाद, भवन, प्रमाण-पत्र की जानकारी कुछ मिनटों में मिल जाए। स्वास्थ्य व यातायात सुविधाएं आसानी से मिलें