UP नगर निकाय चुनाव: कड़ा धाम में कमाल नहीं दिखा सके शाह और CM योगी, अब खूब ली जा रही चुटकी
कौशांबी में नगर निकाय की सभी 10 सीटों पर चार मई को मतदान हुआ। 13 मई को मतगणना के बाद नतीजे आ गए। चुनाव से ठीक 24 दिन पहले सात आठ और नौ अप्रैल को कड़ा में कौशांबी महोत्सव का आयोजन किया गया था।
जागरण संवाददाता, कौशांबी: नवसृजित नगर पंचायत दारानगर-कड़ाधाम में गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ भी कोई कमाल नहीं कर सके। प्रदेश सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्री व कई केंद्रीय और राज्य मंत्री भी अपना जादू नहीं चला सके।
जबकि सभी ने कौशांबी महोत्सव के बहाने कड़ा आकर नगर निकाय चुनाव का सियासी समीकरण साधा था। दिग्गजों की उपस्थिति बेनतीजा रहने का परिणाम हुआ कि भाजपा को यहां तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। पार्टी प्रत्याशी उप विजेता भी नहीं बन पाए।
कौशांबी में नगर निकाय की सभी 10 सीटों पर चार मई को मतदान हुआ। 13 मई को मतगणना के बाद नतीजे आ गए। चुनाव से ठीक 24 दिन पहले सात, आठ और नौ अप्रैल को कड़ा में कौशांबी महोत्सव का आयोजन किया गया था। तीनों दिन विश्वविख्यात कवि डा. कुमार विश्वास ने अपने विशेष कार्यक्रम ‘अपने-अपने’ राम की प्रस्तुति दी थी।
कोई भी ऐसा दिन नहीं रहा, जब भाजपा का कोई दिग्गज नहीं आया हो। पहले दिन तो गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ आए थे। इन सियासी सूरमाओं ने मंच से विपक्षियों पर हमला कर नगर निकाय के साथ लोकसभा चुनाव का समीकरण साधा था।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, मीनाक्षी लेखी, अर्जुन मेघवाल के अलावा चुनाव में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी आदि भी आए थे। सबने अपने संबोधन से कमल खिलाने का प्रयास किया था।
कार्यक्रम के दौरान ही राजनीतिक गलियारे में यह बात कही जाने लगी थी कि दिग्गजों को नगर निकाय व लोकसभा चुनाव का समीकरण साधने के लिए ही बुलाया गया है।
इसी उद्देश्य से चुनाव के ठीक पहले कार्यक्रम रखा गया है। कहा जा रहा था कि बड़े नेताओं ने जिस तरह से भाषण दिया है, उसका असर निकाय चुनाव पर पड़ेगा। कई सीटें भाजपा के खाते में जाएंगी। हालांकि, नतीजे आए तो ऐसा कुछ नहीं हुआ।
जिले की 10 में से छह सीटों पर कमल मुरझा गया। अव्वल तो यह कि जिस कड़ा की पावन धरती पर कार्यक्रम हुआ था, वहां भाजपा प्रत्याशी दीपा श्रीवास्तव तीसरे स्थान पर पहुंच गईं। निर्दल प्रत्याशी रागिनी केसरवानी ने जीत दर्ज करते हुए अपना जलवा बिखेरा।
अब खूब ली जा रही चुटकी
नगर निकाय चुनाव से पहले सियासी दिग्गजों का कुंभ लगने के बाद भी नतीजों में भाजपा का जो हाल हुआ है, उससे विपक्षी खूब चुटकी ले रहे हैं। कह रहे हैं कि इतने केंद्रीय नेता और मुख्यमंत्री नहीं आते तब क्या होता? इंटरनेट मीडिया पर भी यही सवाल दागा जा रहा है।
हालांकि, भाजपाई शांत नहीं बैठ रहे हैं। वह विपक्ष की हर बात का जवाब दे रहे हैं। पिछले चुनावों की अपेक्षा अबकी हुआ बढ़िया प्रदर्शन उन्हें जवाब देने का मौका दे रहा है।