मंधना से अनवरगंज तक इलेक्ट्रिकल बैरियर, जीटी रोड पर नहीं लगेगा जाम
रेलवे की पहल, ताकि जल्द बंद और खोले जा सकें रेलवे फाटक, फरवरी 2019 तक पूरा होगा काम
जागरण संवाददाता, कानपुर : जीटी रोड पर अधिक देर तक रेलवे फाटक बंद होने की वजह से जाम न लगे, इसकी तैयारी शुरू हो गई है। रेलवे मंधना से लेकर अनवरगंज तक सभी रेलवे फाटकों पर मैनुअल रेलवे फाटक के स्थान पर इलेक्ट्रिकल बैरियर लगाने जा रहा है।
मंधना से लेकर अनवरगंज तक 18 रेलवे फाटक हैं। सभी फाटक मैनुअल है। फाटक खोले जाने में विलंब होने से कई बार जाम लग जाता है और वाहन चालकों द्वारा हंगामा भी होता है। इन स्थितियों से बचने के लिए रेलवे ने सभी क्रासिंग पर इलेक्ट्रिक बैरियर लगाने का फैसला लिया है। हालांकि यह फैसला नया नहीं है। कानपुर-फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक जब लखनऊ मंडल के आधीन था, करीब चार साल पहले यह फैसला हुआ था। बेस भी बनाकर तैयार किए गए, लेकिन काम पूरा नहीं हो सका और यह खंड अब इज्जतनगर मंडल में है।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने बताया कि सभी 18 क्रासिंग पर लगे मैनुअल बैरियर हटाकर उनके स्थान पर इलेक्ट्रिकल बैरियर लगाए जाएंगे। इसका काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। योजना के मुताबिक फरवरी 2019 तक सभी फाटक बदलने का काम पूरा करना है।
बस एक मिनट लगेगा
अभी मैनुअल बैरियर में चाभी फंसाने से लेकर अन्य प्रक्रियाओं में चार से पांच मिनट लगता है। जबकि इलेक्ट्रिक बैरियर में केवल एक बटन होगा। बटन दबाते ही बैरियर बंद होगा और खुल जाएगा। इससे समय की बचत होगी। साथ ही सड़क यात्रियों को अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।