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बिना लाइसेंस ही पटाखों से पट गया मेस्टन रोड का बाजार, बारुद के ढेर पर बैठा इलाका

कानपुर में ग्रीन क्रैकर्स की जगह बच्चे खतरनाक पटाखे बेच रहे हैं जबकि प्रशासन की ओर से अभी तक एक भी अस्थायी लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। पुलिस की मिलीभगत से आसपास के इलाकों में भंडारण भी कर लिया गया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 07:55 AM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 07:55 AM (IST)
कानपुर में मानक दरकिनार कर पटाखा बिक्री शुरू।

कानपुर, जागरण संवाददाता। प्रदूषण फैलाने व तेज आवाज वाले पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट से लेकर एनजीटी तक गंभीर है। हालांकि शहर में इस आदेश का पालन होता नहीं दिखाई पड़ रहा है। अभी पटाखे बेचने के लिए दुकानदारों को लाइसेंस तक नहीं मिले हैं, लेकिन मेस्टन रोड पर अवैध पटाखा बाजार गुलजार हो गया है। भले ही नियमानुसार ग्रीन कैकर्स बिकने हों, लेकिन हाथों में खतरनाक पटाखे लिए छोटे-छोटे बच्चे मेस्टन रोड मुख्य बाजार और गलियों में मिल जाएंगे। यहां की संकरी गलियों में बड़ी मात्रा में अवैध भंडारण भी किया जा चुका है।

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थोक और फुटकर पटाखा बिक्री के लिए हर साल लाइसेंस जिला प्रशासन की ओर से जारी किए जाते थे, मगर कमिश्नरेट लागू होने के बाद यह अधिकार पुलिस को मिल गया है। अभी लाइसेंस जारी नहीं हुए हैं, लेकिन शहर के तमाम इलाकों में अवैध पटाखा बाजार गुलजार हैं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति मेस्टन रोड की है। यहां पर आठ साल के बच्चे से लेकर 60 साल के बुजुर्ग झोले में पटाखे रखे बेचते मिल जाएंगे। भले ही इस वर्ष ग्रीन क्रैकर्स बेचने हों, लेकिन इनके पास एक भी इस स्तर का पटाखा नहीं मिलेगा। अत्यधिक प्रदूषण फैलाने वाले अनार, तेज आवाज वाले मिर्ची बम, राकेट के अलावा हाथ से बने बम भी उनके पास हैं। मुख्य सड़क के अलावा गलियों में करीब डेढ़ सौ बच्चे व बुजुर्ग इस काम में जुटे हैं।

अवैध भंडारण बन सकता है बड़ी मुसीबत

पटाखों के भंडारण के लिए सख्त नियम हैं। पटाखों का भंडारण खुले स्थान और आबादी से दूर होना चाहिए, मगर मेस्टन रोड पर इन नियमों का कोई पालन नहीं हो रहा है। मेस्टन रोड पर मुख्य बाजार में सात से आठ ऐसे ठिकाने हैं, जहां अभी से पटाखों का भंडारण कर लिया गया है। थोक के नाम पर गांव व दूर दराज से आने वाले छोटे दुकानदारों को यह लोग पटाखे बेच रहे हैं। इनके पास चीनी पटाखों की तर्ज पर देशी ब्रांड के पटाखों के साथ देसी बम भी मौजूद हैं। जानकारों के मुताबिक अकेले मेस्टन रोड पर करीब 25 स्थान ऐसे हैं, जहां पटाखे छिपाकर रखे गए हैं।

हादसा हुआ तो आग बुझाना होगा मुश्किल

मेस्टन रोड की संकरी गलियों में पटाखों का अवैध भंडारण किया गया है। आबादी के हिसाब से यह इलाका काफी सघन है और किसी भी हादसे की स्थिति में लगने वाली आग को बुझाना बड़ी चुनौती होगी। जिन गलियों में पटाखों का भंडारण किया गया है, वहां दमकल गाडिय़ां जाना तो दूर दो लोग भी एक साथ आमने सामने आ जाएं तो निकलना मुश्किल होता है।

296 फुटकर और 17 थोक व्यापारियों ने किए आवेदन

पुलिस द्वारा शुरू की गई लाइसेंस प्रक्रिया में 25 अक्टूबर तक 296 फुटकर व 17 थोक व्यापारियों ने आवेदन किए हैं। एसीपी बाबूपुरवा आलोक सिंह ने बताया कि जांच के बाद लाइसेंस जारी किए जाएंगे। थोक बाजार के लिए अब तक स्थान चिह्नित नहीं हो सका है। शहर के 42 स्थानों पर फुटकर बाजार लगेगा।


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