Kanpur Dead Body Case: पति की लाश के साथ बिताए 17 महीने, ट्यूशन पढ़ाने आने वाले विमलेश को दिल दे बैठी थी मिताली
Kanpur Dead Body Case कानपुर के रावतपुर में आयकर अफसर की लाश परिवारवाले 17 माह तक घर में रखे रहे। उनकी पत्नी मितली भी साथ रहीं दोनों ने लव मैरिज की थी। मिताली ट्यूशन पढ़ाने के लिए घर आने वाले विमलेश को दिल दे बैठी थीं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। 17 महीने तक घर में रखी रही पति की लाश के साथ रहने वाली पत्नी को लेकर तरह तरह की बातें उठ रही हैं। हालांकि वो अभी तक न तो मीडिया के सामने आई हैं और न ही पति को लेकर कुछ कहने को तैयार हैं। उनकी एक प्रेम कहानी भी है, जो ट्यूशन पढ़ने और पढ़ाने से शुरू हुई और फिर प्यार, इकरार के बाद जीवन संगिनी बनकर आगे बढ़ी।
हकीकत जानकार पांव तले खिसक गई थी जमीन
हैदराबाद में तैनात रहे आयकर अफसर 35 वर्षीय विमलेश गौतम का शव रावतपुर के कृष्णापुरी स्थित घर में 17 माह तक रखा रहा। मां, पिता और भाई के साथ उनकी पत्नी मिताली भी साथ रहीं। आयकर विभाग से पत्र आने के बाद सीएमओ ने पता लगाने स्वास्थ्य टीम को घर भेजा तो हकीकत सामने आने के बाद सबके पांव तले से जमीन खिसक गई। वर्ष 2019 में बीमारी के चलते घर लौटे विमलेश की अस्पताल में 22 अप्रैल 2021 को मृत्यु हो गई थी। परिवार वाले जीवित मानकर उनका घर पर इलाज कराते रहे और इस दरमियान पत्नी मिताली भी पति के शव के साथ रही।
इस तरह शुरू हुई थी मिताली-विमलेश की प्रेम कहानी
विमलेश और मिताली की प्रेम कहानी कैसे शुरू हुई, यह भी एक बड़ा सवाल है। मिताली फिलहाल मीडिया से बात करने को तैयार नहीं है। विमलेश के भाई दिनेश बताते हैं कि मिताली दीक्षित किदवई नगर की कोआपरेटिव बैंक में डिप्टी मैनेजर हैं।
मिताली के परिवार में केवल उनकी मां हैं। आयकर विभाग में नौकरी लगने से पहले विमलेश ट्यूशन पढ़ाने के लिए मिताली के घर जाते थे। ट्यूशन पढ़ाने के दौरान ही मिताली और विमलेश में प्यार हो गया और दोनों ने घरवालों को बिना बताए प्रेम विवाह कर लिया। जब घर वालों को पता चला तो विरोध किया लेकिन बाद में दोनों के घरवाले मान गए।
बेइंतहा प्यार में की थी बगावत
विमलेश और मिताली में बेइंतहा प्यार रहा और शादी के लिए परिवार से बगावत पर उतर आए थे। विमलेश ने जब मिताली से शादी के लिए घर में बात की तो मां रामदुलारी और पिता रामऔतार मानने को तैयार नहीं हुए। उधर, मिताली की मां भी तैयार नहीं थी। प्यार में साथ जीने मरने की कसमें खा चुके विमलेश और मितली शादी करके साथ जीवन बिताना चाहते थे।
उनकी शादी में दोनों तरफ से परिवार का कोई भी सदस्य नहीं आया था। मिताली के चाचा ने शादी में रस्मों की अदायगी की थी। कई साल के बाद मिताली और विमलेश को दोनों परिवारों ने अपनाया था। विमलेश और मिताली के बीच कभी किसी ने झगड़ा होते नहीं देखा, उनके दो बच्चों में पांच साल का बेटा और डेढ़ साल की बेटी है।
यह भी पढ़ें :- एक डाक्टर जो 17 माह करता रहा विमलेश के शव का इलाज, घरवालों ने खर्च कर दिए 35 लाख रुपये
यह भी पढ़ें :- ईसीजी कराने के बाद घरवालों ने विमलेश को मान लिया था जिंदा, यहां पढ़ें अबतक की पूरी कहानी