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रुपये के पीछे बड़े नाम इसलिए जीआरपी की जांच ठप

जेएनएन कानपुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पेंट्रीकार में मिले 1.40 करोड़ रुपये के मामले के मामले बड़े अधिकारियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 01:50 AM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 01:50 AM (IST)
रुपये के पीछे बड़े नाम इसलिए जीआरपी की जांच ठप

जेएनएन, कानपुर : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पेंट्रीकार में मिले 1.40 करोड़ रुपये के मामले के पीछे का चेहरा बेनकाब हो, यह जीआरपी भी चाहती है। हालांकि, मामले में बड़े नाम होने से जीआरपी इस मामले में अपने कदम पीछे खींच चुकी है। जीआरपी अब अपनी जांच रिपोर्ट आयकर विभाग को देने को तैयार है। आयकर विभाग ने अभी तक रिपोर्ट नहीं मांगी है।

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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पेंट्रीकार में रुपयों से भरे बैग को सेंट्रल पर उतारने के निर्देश रेलवे के फोन नंबर पर दिए जाते रहे। पांच घंटे बैग इधर उधर घूमता रहा। अधिकारियों को शक हुआ तो उसे खोला गया। नोटों से भरे बैग देखकर अधिकारी सन्न रह गए। नोट गिने गए तो 1:40 करोड़ रुपये की धनराशि मिली। इस मामले में जीआरपी ने शुरुआत में जांच तो तेज की लेकिन जब रुपयों से रेलवे के ही बड़े अधिकारियों के नाम जुड़ने लगे तो जीआरपी ने अपनी जांच रोक दी। जीआरपी के मुताबिक मामला हाई प्रोफाइल है। रेलवे के जिन कर्मचारियों को फोन पर दिशा-निर्देश मिले उनसे भी कोई तथ्य हासिल नहीं हुआ। इसी आधार पर जांच रोक दी गई। अब जब आयकर इस मामले में जांच कर रही है तो जीआरपी भी चाहती है कि रुपयों के पीछे का चेहरा बेनकाब हो। इसे लेकर वह अपनी जांच रिपोर्ट आयकर को सौंपने को तैयार है। सीबीआइ इंस्पेक्टर से फोन पर झगड़कर पत्नी ने लगाई फांसी, कानपुर : सीबीआइ इंस्पेक्टर की पत्नी ने पति से फोन पर झगड़े के बाद दुपट्टें के फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। पति से मनमुटाव के बाद वह मायके फीलखाना थाना क्षेत्र के पटकापुर आकर अलग किराये के कमरे मे रह रही थीं। उनकी 12 वर्षीय बेटी ने पड़ोसियों को सूचना दी। इसके बाद पहुंची पुलिस ने कमरे की कुंडी तोड़कर शव फंदे से उतारा। पुलिस ने महिला का फोन कब्जे में लिया है। बंगाली मोहाल निवासी 30 वर्षीय सोनी कश्यप ने दो वर्ष पूर्व भरतपुर (राजस्थान) निवासी विशाल चौधरी से प्रेम विवाह किया था। सोनी की मां कामिनी ने बताया कि विशाल सीबीआइ में सब इंस्पेक्टर है और बेंगलुरु में तैनात है। पुलिस के मुताबिक सोनी पहले से शादीशुदा थी और फर्रुखाबाद निवासी पहले पति राहुल से उसकी 12 वर्ष की एक बेटी पीहू है। साथ ही विशाल भी पहले से शादीशुदा था। बेटी पीहू ने बताया कि शनिवार रात मां (सोनी) का पिता विशाल से फोन पर झगड़ा हो रहा था। इसके बाद मां ने कमरा अंदर से बंद करके दुपट्टे के सहारे पंखे से फंदा लगाकर फांसी लगा ली। कुछ देर बाद उसने मां को आवाज दी। दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों को बताया। उन्होंने पुलिस को बुलाया। देर रात सूचना पर बंगाली मोहाल निवासी मायके वाले भी पहुंचे। थाना प्रभारी सतीशचंद्र साहू ने बताया कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। महिला के फोन को कब्जे में लेकर कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है। मायके वालों की तहरीर परजांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। पहले पति ने दिया तलाक, दूसरे ने भी छोड़ा मायके वालों ने बताया कि फर्रुखाबाद निवासी राहुल से शादी के बाद करीब 11 वर्ष तक दोनों साथ रहे। इसके बाद विवाद पर राहुल ने सोनी से तलाक ले लिया था। एक अधिवक्ता के जरिए सोनी की मुलाकात विशाल से हुई थी। विशाल भी अपनी पत्नी को छोड़ चुका था, इसलिए उसने सोनी से शादी का प्रस्ताव रखा तो वह तैयार हो गई। आरोप है कि कुछ माह बाद विशाल से भी मनमुटाव शुरू हो गया था। चार माह पूर्व सोनी उसे छोड़कर मायके आ गई और पटकापुर में कमरा किराये पर लेकर रहने लगी थी। घर में घुसकर छेड़छाड़, दी जान से मारने की धमकी, कानपुर : गुमटी नंबर पांच निवासी एक महिला ने चमनगंज निवासी युवक पर घर में घुसकर बेटी से अश्लील हरकतें करने और विरोध पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। महिला ने पुलिस को बताया कि पति से उसका विवाद चल रहा है और मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है। आरोप है कि चमनगंज निवासी आजम खान उर्फ एजाज आए दिन उनकी बेटी के साथ अश्लील हरकतें करता है। 15 मार्च को जब वह मुकदमे की सुनवाई के सिलसिले में कोर्ट गई थीं। तभी देर शाम आरोपित घर में घुस आया और छेड़छाड़ करने लगा। उन्होंने आकर विरोध किया तो गालीगलौज कर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देकर भाग निकला। थाना प्रभारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपित की तलाश जारी है। चौकी प्रभारी ने लौटाए 32 हजार रुपये, कानपुर : गोविदनगर की मिल्क बोर्ड चौकी के चौकी प्रभारी आदेश कुमार यादव ने रविवार को ईमानदारी का परिचय देते हुए रास्ते में मिला बैग उसके मालिक को लौटा दिया। बैग में 32 हजार रुपये, चेक, मोबाइल आदि थे। चौकी प्रभारी आदेश कुमार ने बताया कि उन्हें 12 मार्च की रात एक बैग पड़ा मिला था। इस बैग में 32 हजार रुपये, एक मोबाइल फोन, पांच हजार रुपये का चेक था। मोबाइल फोन में लॉक लगा हुआ था। 20 मार्च को मोबाइल पर एक फोन आया, जिसके बाद पता लगा कि यह बैग समाधि पुलिया, नौबस्ता निवासी रमित श्रीवास्तव का है।


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