भाजपा सांसद की गिरफ्तारी के लिए लेनी होगी स्पीकर की अनुमति, काली पट्टी बांध राजस्व कर्मी लामबंद
कन्नौज में तहसीलदार से मारपीट को लेकर राजस्व कर्मी और लेखपाल लामबंद हो गए हैं।
कन्नौज, जेएनएन। सदर तहसील मुख्यालय परिसर में आवास में घुसकर तहसीलदार से मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा सांसद सुब्रत पाठक समेत चार नामजद और 25-30 लोगों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद राजनीतिक बयानों से सरगर्मी बढ़ गई है तो संकट का समय होन के कारण हड़ताल न करके राजस्व कर्मी काली पट्टी बांधकर विरोध पर उतर आए हैं। वहीं घटना के बाद से तहसीलदार का परिवार का दहशत में और पत्नी ने पति पर जान का खतरा जताते हुए तबादले की मांग कर दी है।
साथियों को हड़ताल से रोका
मारपीट की घटना के बाद लेखपाल, अमीन, कानूनगो व कार्यालय कर्मी समेत सभी ने हड़ताल का मन बनाया था। तहसीलदार के मुताबिक सभी ने उनसे कार्य बहिष्कार की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने कोरोना आपदा का हवाला देकर मना कर दिया था। सांसद के खिलाफ एकजुट हुए राजस्व कर्मचारी अब काली पट्टी बांध कर काम कर रहे हैं।
गिरफ्तारी की मांग पर डटे लेखपाल
लेखपाल संघ ने तहसीलदार से मारपीट के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है। संघ के अध्यक्ष अभिषेक के साथ साथियों ने काली पट्टी बांधकर रसोई का संचालन किया। राशन, खाद्यान व गरीबों को खाना दीया। अस्थाई आश्रय स्थल पर बाहरी लोगों को खाना बांटा। लेखपालों ने बताया की गिरफ्तारी की मांग शासन से भी करेंगे। प्रदेश भर के साथी हुंकार भरते लेकिन लाॅकडाउन के दौरान बड़ी जिमेदारी मिली है, जिसे अभी तोड़कर किसी को परेशानी में नहीं डालेंगे।
इससे पहले उप्र राजस्व प्रशासन संघ के प्रदेश अध्यक्ष निखिल शुक्ला व महासचिव अनुराग सिंह ने राजस्व परिषद चेयरमैन व प्रमुख सचिव से मिलकर सांसद की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने सुरक्षा का मुद्दा उठाकर कहा कि जिला प्रशासन तहसीलदार की सुरक्षा के प्रति लापरवाह बना है, सिर्फ एक होमगार्ड आवास पर लगाया गया है।
बसपा ने की मजिस्ट्रेटी जांच की मांग
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्विट करके घटना पर तीखी प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए भाजपा सांसद के खुलेआम घूमने पर एतराज जताया था। कन्नौज जिलाध्यक्ष अमर सिंह फौजी ने जिला प्रशासन से तहसीलदार पिटाई प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच कराने की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि सांसद सुब्रत पाठक समेत सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। लॉक डाउन में जिले के सभी अधिकारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, ऐसे में घटना निंदनीय है।
सांसद की गिरफ्तारी के लिए लेनी होगी स्पीकर से अनुमति
तहसीलदार से मारपीट का मामला तूल पकड़ने से पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। आरोपित सांसद सुब्रत पाठक की गिरफ्तारी की प्रक्रिया को लेकर पुलिस मंथन कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि पहले साक्ष्य एकत्र किए जाएंगे। इसके बाद उसी आधार पर लोकसभा स्पीकर को पत्र भेजकर गिरफ्तारी की अनुमति ली जाएगी।
सीओ सिटी कर रहे विवेचना
एससीएसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज होने के बाद मामले की विवेचना सीओ सिटी श्रीकांत प्रजापति कर रहे हैं। सीओ ने बताया कि जिला अस्पताल में तहसीलदार अरविंद कुमार का मेडिकल एक्सरे कराया गया है, मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर ही मुकदमे में धाराएं घटाई या बढ़ाईं जा सकती हैं। विवेचना में घटना के कारणों की साक्ष्यों के आधार पर पड़ताल की जाएगी। यदि इसमें गिरफ्तारी की कोई धारा बढ़ेगी तो सांसद की गिरफ्तारी के लिए लोकसभा स्पीकर की अनुमति लेनी होगी। उन्होंने बताया कि विवेचना का प्रारंभिक पहलू है साक्ष्य और गवाहों को एकत्र करना। इसके बाद गिरफ्तारी की प्रक्रिया आती है। विवेचना में सर्विलांस सेल की मदद भी ली जाएगी।
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