सर्दी ने दी दस्तक तो बढ़ी गर्म कपड़ों की मांग
जागरण संवाददाता उरई दिसंबर का महीना शुरु होते ही ठंडक ने जोर पकड़ लिया है। गुरु
जागरण संवाददाता, उरई : दिसंबर का महीना शुरु होते ही ठंडक ने जोर पकड़ लिया है। गुरुवार की सुबह से ही आसमान में बदली छाई थी जिससे ठंडक बढ़ गई। इसके साथ दोपहर में भी ठंडक रही जिससे गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ गई। शाम तक मौसम ठंडा रहा और तापमान अधिकतम 25 व न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग ने 1 दिसंबर से बारिश के आसार जताए थे। जिसके कारण आसमान में बादल छाए हुए हैं। बादल छा जाने से सर्दी ने भी जोर पकड़ना शुरु कर दिया है। गुरुवार की सुबह से ही आसमान में धुंध सी छाई थी और मौसम भी ठंडा था। धूप न निकलने से लोगों को सर्दी की एहसास हुआ और वह गर्म कपड़े पहने नजर आए। लोगों को लगा था कि दोपहर तक धूप निकलने से जिसके बाद सर्दी से कुछ राहत मिल जाएगी लेकिन दोपहर में भी धूप नहीं निकलने से शाम तक मौसम ठंडा रहा। दिन भर मौसम ठंडा रहने से गर्म कपड़ों के बाजार में जरूर भीड़ नजर आए। लोग मफलर, मोजे, दस्तानों के साथ स्वेटर व जैकिट खरीदते नजर आए। क्योंकि अब अगर सर्दी बढ़ती है तो दो महीने तक लोगों को तेज सर्दी की सामना करना पड़ेगा।
बारिश के आस लगा रहे किसान
15 दिन पहले जब बारिश हुई तो जिले के हर क्षेत्र के किसान को लाभ पहुंचा था। चना, मसूर, सरसों, गेहूं, मटर सभी फसलों के लिए वह बारिश अमृत समान थी। अब फिर से मौसम विभाग ने बारिश के आसार जताए हैं तो किसान बारिश होने की आस लगाए हैं। क्योंकि किसानों का कहना है कि अगर बारिश हो जाती है तो उन्हें फसलों में पानी नहीं लगाना पड़ेगा और यह पानी काफी फायदेमंद होगा। जिससे पैदावार में काफी इजाफा होगा। कृषि वैज्ञानिक की राय
दो दिन से मौसम एकदम से ठंडा हो गया है जिससे फसलों को काफी फायदा पहुंचेगा। इस समय अगर बारिश हो जाती है तो सबसे अधिक मटर व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। क्योंकि किसानों को स्प्रिंकलर से मटर में पानी नहीं लगाना पड़ेगा। साथ ही गेहूं की फसल में किसान पानी लगाने की तैयारी कर रही है जिससे उसकी मेहनत और समय दोनों की बचत हो जाएगी।
डा. राजीव कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक