Dengue Treatment & Management: जानें- डेंगू के लक्षण के साथ उपाय और इलाज
Dengue Treatment Management गू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। डेंगू कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों के लिए परेशानी बन सकता है।
हापुड़ [केशव मिश्रा]। Dengue Treatment & Management: बरसात के बाद कई तरह की बीमारियां दस्तक देने लगी हैं और इन्हीं में से एक है डेंगू। इस मौसम में डेंगू का एक वार आपको बीमार कर सकता है और बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं। ऐसे में इन दिनों डेंगू के वार से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। चिकित्सकों के मुताबिक, डेंगू के लिए यह मौसम सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है। घरों के बाहर रखे कूलरों में भी बारिश का भी पानी भर जाता है। यदि इनकी नियमित सफाई न होने से डेंगू के लार्वा पनपते लगता है। जो कुछ ही दिनों में लोगों को डेंगू का मरीज बना देता हैं।
हापुड़ जिले में पिछले तीन सालों से डेंगू ने कोहराम मचाया हुआ है। पिछले तीन वर्षों में जनपद में दर्जनों डेंगू के मरीज मिले थे। यह वे मरीज थे जिनकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग की माइक्रोबायोलॉजी लैब में हुई थी, जबकि निजी लैब में जांच कराने वाले मरीजों की और भी ज्यादा तादाद थी। ऐसे मरीजों की सूचना लैब ने स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी थी। इसके अलावा वर्ष 2016 में चिकनुगिया ने जनपद में काफी अपना कोहराम मचाया था। चिकनगुनिया के जनपद में 500 से अधिक मरीज मिले थे।
डॉक्टर रेखा शर्मा ( मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हापुड़) के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग और जिला मलेरिया विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य सौंप दिया गया है। इसके लिए टीम का गठन करा दिया गया है। यह टीम चिह्नित किए गए स्थानों पर जाकर चेकिंग अभियान चलाएगा और दवाइयों का छिड़काव कराएगा।
इस प्रकार फैलता है डेंगू
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। डेंगू कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को आसानी से हो जाता है। लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, चकत्ते निकलना और मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द शामिल है। वहीं, गंभीर मामलों में गंभीर रक्तस्राव और सदमे की स्थिति हो सकती है, जो जानलेवा भी सिद्ध हो सकती है। ऐसे में प्लेटलेट्स गिरते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डेंगू की पहचान और लक्षण
- लक्षण तीन से 14 दिन बाद दिखते हैं
- तेज ठंड लगकर बुखार आता है
- भूख कम लगती है
- जी मचलाना, उल्टी और दस्त आने लगते हैं
- सिर और आंखों में दर्द होता है
- शरीर और जोड़ों में दर्द होता है
ऐसे करें बचाव
- घर के अंदर और आसपड़ोस में पानी जमा न होने दें।
- खिड़कियों और दरवाजों में जाली लगवाएं।
- शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनें।
- किचन और वाशरूम को सूखा रखें।
- कूलर का पानी सुबह-शाम बदलते रहें।