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पूर्वोत्तर रेलवे में इस साल के सापेक्ष 5.5 फीसद अधिक हुआ माल लदान, जानें-उपलब्धियों के पीछे का सच

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार दिन- प्रतिदिन के आधार पर 11 मार्च 2021 को भारतीय रेलवे में 4.07 मिलियन टन का लदान हुआ है। पिछले वर्ष के सापेक्ष इसी दिन की तुलना में 34 फीसद अधिक है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Sat, 13 Mar 2021 12:40 PM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 12:40 PM (IST)
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल ने माल लदान में शानदार उपलब्धि हासिल की है। पिछले साल के सापेक्ष भारतीय रेलवे में 11 मार्च 2021 तक 1145.68 मिलियन टन माल का लदान हुआ। मार्च में अभी तक 43.43 मिलियन टन का लदान हुअ है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में दस फीसद अधिक है।  पूर्वोत्तर रेलवे में 12 मार्च तक 2.4313 मिलियन टन माल का लदान हुआ है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.5 फीसद अधिक है।

11 मार्च 2021 को भारतीय रेलवे में 4.07 मिलियन टन का लदान

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार दिन- प्रतिदिन के आधार पर 11 मार्च 2021 को भारतीय रेलवे में 4.07 मिलियन टन का लदान हुआ है। पिछले वर्ष के सापेक्ष इसी दिन की तुलना में 34 फीसद अधिक है। इसी प्रकार पूर्वोत्तर रेलवे में माल यातायात की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी तथा विभिन्न स्तरों पर गठित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के प्रयासों के फलस्वरूप माल लदान में अपेक्षित वृद्धि हो रही है।

दरअसल, वित्त वर्ष 2020-21 के आरंभ से ही देशवासियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए लाकडाउन लागू हुआ। इस असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। भारतीय रेलवे ने इस परिस्थिति को एक अवसर के रूप में लिया। इसके लिये भारतीय रेलवे ने विशेष योजना बनाकर कार्य किया और देश के विभिन्न भागों से माललदान कर उसे समय से गन्तव्य पर पहुंचाया। इसके लिए मालगाडिय़ों की औसत गति में वृद्धि की गई।  माल लदान में अपेक्षित वृद्धि के लिए व्यापारिक संस्थाओं को रियायत दी गई।

डेवलेपमेंट यूनिट ने निभाई अहम भूमिका

पूर्वोत्तर रेलवे में माल लदान में बढ़ोत्तरी के लिए मंडल एवं मुख्यालय स्तर पर गठित बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिट ने अहम भूमिका निभाई। मालगाडिय़ों की औसत गति में वृद्धि करने के साथ मालगोदामों में अपेक्षित सुधार किए गए। पुराने कोचों को एनएमजी वैगनों में बदला गया। इसके चलते आटोमोबाइल्स लदान में तेजी से बढोत्तरी हुई। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल स्थित हल्दी रोड स्टेशन से बांग्लादेश के लिए आटोमोबाइल्स की बुकिंग की जा रही है। जो पहले सड़क मार्ग से होता था। लखनऊ मंडल के नौतनवा स्टेशन पर आटोमोबाइल्स टर्मिनल के रूप में विकसित किया गया है। नेपाल जाने वाले आटोमोबाइल नौतनवा में अनलोड हो रहे हैं। चौरीचौरा स्टेशन से भी बांग्लादेश के लिए गेहूं आदि खाद्यान्न का लदान शुरू हो गया है।


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