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Haj Yatra 2021: और महंगी हुई हज यात्रा, अब यात्रियों को मिलने वाले खर्च में की गई कटौती

वर्ष 2019 तक हज यात्रियों को सऊदी अरब के लिए उड़ान भरने से पहले खर्च के तौर 2100 रियाल (भारतीय रुपये वर्तमान मूल्य के अनुसार लगभग 40 हजार रुपये) मिलते थे। इस हज खर्च में इस साल 600 रियाल (11400) रुपये की कटौती कर दी गई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 09:05 AM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 09:05 AM (IST)
हज यात्रियों को मिलने वाले खर्च में कटौती की गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, काशिफ अली। कोरोना काल में हज-2021 की तैयारी शुरू हो गई है। एकतरफ हज का खर्च वर्ष 2019 की तुलना में 1 लाख 22 हजार रुपये बढ़ना तय है। वहीं, हज यात्रियों को सऊदी अरब में खर्च के लिए मिलने वाली राशि में हज कमेटी ऑफ इंडिया ने कटौती की है। हज खर्च में कटौती का असर पूरे देश के हज यात्रियों पर पड़ेगा। हालांकि सबसे ज्यादा असर यूपी पर पड़ेगा क्योंकि यहीं से सबसे ज्यादा लोग हर साल हज पर जाते हैं। 

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हज यात्रा से पूर्व हज यात्रियों को 2100 की जगह मिलेंगे 1500 रियाल

वर्ष 2019 तक हज यात्रियों को सऊदी अरब के लिए उड़ान भरने से पहले खर्च के तौर 2100 रियाल (भारतीय रुपये वर्तमान मूल्य के अनुसार लगभग 40 हजार रुपये) मिलते थे। इस हज खर्च में इस साल 600 रियाल (11,400) रुपये की कटौती कर दी गई है। अब हज यात्रियों को हज के लिए उड़ान से पूर्व सिर्फ 1500 रियाल ही मिलेंगे। मालूम हो कि हज यात्रियों को मिलने वाला खर्च हज यात्रियों की ओर से जमा की जाने वाली फीस में से ही दिया जाता है। अब एक तरफ हज खर्च बढ़ा है और दूसरी तरफ हज खर्च में कटौती से हज यात्रियों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा।

इसलिए कम किया गया खर्च

कोरोना की वजह से हज 2021 में कई बदलाव हुए हैं। हज 2021 में खर्च काफी महंगा हो गया है। वहीं हज यात्रियों को मिलने वाले खर्च में कटौती की गई है। पिछले हज में प्रत्येक हज यात्री को 2100 रियाल मिले थे। इस साल 1500 रियाल ही दिए जाएंगे। हज खर्च कम करने के पीछे रिहायश के दिन कम होना वजह है। वर्ष 2019 तक हज यात्री 45 दिनों तक अरब में रहते थे लेकिन इस साल सिर्फ अधिकतम 35 दिन ही हज यात्रियों को हज के लिए अरब में रहना होगा। रिहायश घटने से हज खर्च कम किया गया है।

पहले ही 1.22 लाख रुपये महंगी हो चुकी है

इस वर्ष हज यात्रा 1.22 लाख रुपये महंगी हो गई है। कोरोना की वजह से 2020 में आवेदन और चयन के बाद भी हज यात्रा स्थगित कर दी गई थी। अगले साल होने वाली यात्रा को लेकर सऊदी अरब सरकार और हज कमेटी आफ इंडिया की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। कोरोना की वजह से हज-2021 में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। प्रत्येक हज यात्री पर 1.22 लाख रुपये बढ़ना तय है। 

हज कमेटी ने इस वर्ष हज खर्च की अनुमानित लागत 3.70 लाख से 5.27 लाख रुपये के बीच बताया है। जबकि 2020 में भी हज खर्च की न्यूनतम लागत 2.50 हजार रुपये एवं अधिकतम 3.50 रुपये निर्धारित थी। हज यात्रियों केा पहली किस्त के रूप में 1.5 लाख रुपये जमा कराने होंगे जो पहले 81 हजार रुपये हुआ करती थी।


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