रेल यात्रियों को बड़ी राहत, गरीब रथ की 54 ट्रेनों में अब केवल कन्फर्म टिकट मिलेगा, RAC टिकट जारी करने पर रोक
RAC Booking Closed in Garib Rath गरीब रथ के यात्रियों को रेलवे ने बड़ी राहत दी है। यात्रियों की लगातार शिकायतें मिलने के बाद रेलवे बोर्ड ने गरीब रथ में आरएसी टिकट बुक करना बंद दिया है। नई व्यवस्था में सभी बर्थ पर कन्फर्म टिकट ही बुक होंगे।
गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। गरीब रथ में रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन (आरएसी) टिकट बुक नहीं होगा। रेलवे बोर्ड ने यात्रियों की सहूलियत के लिए आरएसी टिकट का प्रावधान हटा दिया है। सभी बर्थ पर कन्फर्म टिकट ही बुक होंगे। कन्फर्म टिकट की बुकिंग पूरी हो जाने के बाद वेटिंग लिस्ट जारी की जाएगी। यात्रियों की परेशानियों और मिल रही शिकायतों की समीक्षा करने के बाद रेलवे बोर्ड ने यह अहम निर्णय लिया है।
रेलवे बोर्ड ने जारी किया आदेश
बोर्ड के यात्री विपणन निदेशक - द्वितीय संजय मनोचा ने भारतीय रेलवे के सभी प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों को पत्र लिखकर नई व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से लागू करने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। उनका कहना है कि नौ बर्थ वाले केबिन के लिए आरएसी टिकट बुक नहीं होने चाहिए। दरअसल, केबिन में नौ बर्थ होने के बाद भी एक कोच में मिलने वाले तीन आरएसी टिकट साइड (किनारे) की मिडिल (बीच) वाली बर्थ पर बुक हो जाते हैं।
यात्रियों को यह होती थी परेशानी
इसके चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना एक है। सोना तो दूर बैठना भी मुश्किल हो जाता है। यहां जान लें कि भारतीय रेलवे स्तर पर कम किराए (सामान्य से करीब आठ से दस प्रतिशत कम) पर लोगों को वातानुकूलित तृतीय (एसी थर्ड) कोचों में यात्रा कराने के उद्देश्य से गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाती है, लेकिन इस ट्रेन के एक केबिन में नौ बर्थ होती है। साइड में भी दो की जगह तीन बर्थ होती हैं। सामान्य (जनरल) और इकोनामी एसी थर्ड कोचों के एक केबिन में आठ बर्थ होती हैं।
देश भर में चल रही हैं 54 गरीब रथ
हालांकि, यात्रियों की मांग पर रेलवे बोर्ड ने गरीब रथ में भी नए लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) इकोनामी एसी थर्ड कोच लगाना शुरू कर दिया है, जिसमें सामान्य की अपेक्षा 11 बर्थ अधिक होती हैं। वर्ष 2006 से गोरखपुर के रास्ते सहरसा से अमृतसर और मुजफ्फरपुर से आनंदविहार टर्मिनस के बीच दो सहित भारतीय रेलवे में लगभग 54 गरीब रथ ट्रेनें चल रही हैं।