Lok Sabha Election 2024: यूपी की इस सीट पर रणभूमि में कौन? राजनीतिक दलों का 'मौन' समर्थकों को कर रहा बेचैन
2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल तैयारियां पुख्ता होने का दावा तो कर रहे हैं लेकिन हकीकत कुछ अलग ही है। पांचवें चरण में होने वाले चुनाव को लेकर कैसरगंज सीट से सतारूढ़ भाजपा अभी तक प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं कर सकी है। वहीं इंडी गठबंधन में यह सीट सपा के खाते में है लेकिन वह भी प्रत्याशी का नाम फाइनल नहीं कर पाई है।
रमन मिश्र, गोंडा। 1952 में अस्तित्व में आई कैसरगंज लोकसभा सीट राजनीतिक गलियारों में न सिर्फ खास है बल्कि, इस सीट से दो-दो नेता जीत की हैट्रिक भी लगा चुके हैं। 17 चुनावों में बसपा को छोड़कर अन्य सभी दलों को मौका मिला है।
2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल तैयारियां पुख्ता होने का दावा तो कर रहे हैं लेकिन, हकीकत कुछ अलग ही है। पांचवें चरण में होने वाले चुनाव को लेकर कैसरगंज सीट से सतारूढ़ भाजपा अभी तक प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं कर सकी है। वहीं, इंडी गठबंधन में यह सीट सपा के खाते में है, लेकिन वह भी प्रत्याशी का नाम फाइनल नहीं कर पाई है। बसपा भी चुप्पी साधे हुए है। चुनावी नाव को पार लगाने के लिए राजनीतिक दल मनपसंद खेवइया का चयन नहीं कर सके हैं। कैसरगंज की रणभूमि में आखिर कौन?, यह सवाल जनता के मन में भले ही उठ रहा हो, लेकिन राजनीतिक दल मौन साधे हुए हैं। गोंडा से प्रस्तुत है रमन मिश्र की रिपोर्ट...
इंतजार की घड़ी कर रही समर्थकों को बेचैन
भाजपा ने लोकसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की पहली सूची दो मार्च व दूसरी सूची 24 मार्च को जारी की थी, इसमें देवीपाटन मंडल की गोंडा, बहराइच व श्रावस्ती सीट से उम्मीदवारों के नाम तय किए गए थे। गोंडा सीट से वर्तमान सांसद कीर्तिवर्धन सिंह, श्रावस्ती से एमएलसी साकेत मिश्र व बहराइच सुरक्षित सीट से सांसद अक्षयबर लाल गौड़ के बेटे डॉ. आनंद गौड़ के नाम पर मुहर लगाई गई थी, जबकि कैसरगंज सीट से उम्मीदवारों का नाम फाइनल नहीं किया गया। कैसरगंज सीट का टिकट होल्ड होने से चर्चा का बाजार गर्म है।
सोशल मीडिया पर टिकट को लेकर लोग अलग-अलग कयास लगा रहे हैं। हालांकि, सांसद बृजभूषण शरण सिंह के समर्थकों का दावा है कि देर हो सकती है लेकिन, टिकट उन्हें ही मिलेगा। वहीं, सपा व बसपा भी भाजपा के उम्मीदवारों का नाम तय होने का इंतजार कर रही है।
कैसरगंज लाेकसभा सीट से अबतक हुए सांसद
वर्ष- सांसद- दल
1952- शकुंतला नायर- भारतीय जनसंघ
1957- भगवानदीन मिश्र-कांग्रेस
1962- बसंत कुंवरि-स्वतंत्र पार्टी
1967- शकुंतला नायर-भारतीय जनसंघ
1971- शकुंतला नायर-भारतीय जनसंघ
1977- रुद्रसेन चौधरी- जनता पार्टी
1980- राणावीर सिंह- कांग्रेस
1984- राणावीर सिंह- कांग्रेस
1989- रुद्रसेन चौधरी- भाजपा
1991- एलएनमणि त्रिपाठी- भाजपा
1996- बेनी प्रसाद वर्मा- सपा
1998- बेनी प्रसाद वर्मा- सपा
1999- बेनी प्रसाद वर्मा- सपा
2004- बेनी प्रसाद वर्मा- सपा
2009-बृजभूषण शरण सिंह-सपा
2014-बृजभूषण शरण सिंह-भाजपा
2019-बृजभूषण शरण सिंह-भाजपा
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