Paras Nath Rai: जिस समय टिकट मिला, उस समय स्कूल में पढ़ा रहे थे पारस नाथ राय, बोले- नहीं की थी डिमांड, लेकिन...
भाजपा प्रत्याशी पारस नाथ राय ने कहा कि जिस समय टिकट की घोषणा हुई वह अपने स्कूल में हिंदी की क्लास ले रहे थे। एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने हाई कमान से टिकट की डिमांड नहीं की थी लेकिन वह पूरी दमदारी के साथ चुनाव लड़ेंगे। सामने मजबूत प्रत्याशी अफजाल अंसारी होने के सवाल पर कहा कि कोई भी हो वह सफलता जरूर प्राप्त करेंगे।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। बीजेपी ने गाजीपुर से अफजाल अंसारी के खिलाफ मनोज सिन्हा के करीबी पारस नाथ राय को मैदान में उतारा है। 70 साल में प्रवेश करने वाले ये प्रत्याशी आरएसएस से जुड़े हुए हैं। अब तक मनोज सिन्हा के सभी चुनावों में वह संचालक की जिम्मेदारी निभाते रहे हैं। 1986 में संघ के जिला कार्यवाह सहित विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
जिस समय टिकट की हुई घोषणा, स्कूल में पढ़ा रहे थे पारस नाथ
भाजपा प्रत्याशी पारस नाथ राय ने कहा कि जिस समय टिकट की घोषणा हुई वह अपने स्कूल में हिंदी की क्लास ले रहे थे। एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने हाईकमान से टिकट की डिमांड नहीं की थी, लेकिन वह पूरी दमदारी के साथ चुनाव लड़ेंगे। सामने मजबूत प्रत्याशी अफजाल अंसारी होने के सवाल पर कहा कि कोई भी हो वह सफलता जरूर प्राप्त करेंगे।
कौन हैं पारस नाथ राय?
जखनियां विधानसभा क्षेत्र के मनिहारी ब्लाक के ग्राम पंचायत सिखड़ी निवासी पारस नाथ राय का जन्म दो जनवरी 1955 को हुआ था। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से परास्नातक हैं तथा पीजी कालेज गजीपुर से बीएड की शिक्षा प्राप्त किए हैं। वह छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं। लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से भी जुड़े थे। 1986 में संघ के जिला कार्यवाह सहित विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
वर्तमान समय में जौनपुर के सह विभाग संपर्क प्रमुख और क्रय विक्रय सहकारी संघ जंगीपुर के अध्यक्ष हैं। वह शबरी महिला महाविद्यालय सिखड़ी, पं. मदन मोहन मालवीय इंटर कालेज व विद्या भारती विद्यालय के प्रबंधक है। इनके बेटे आशुतोष राय भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।
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