Move to Jagran APP

मेक स्मॉल स्ट्रॉन्ग: डिजिटल तकनीक और कुशल व्यवहार से फल-फूल रहा कारोबार

ऋषभ बताते हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हम ग्राहकों को आर्डर के कुछ देर बाद ही घर तक सामान भेजने की सर्विस देते हैं। दिवाली पर भीड़भाड़ से बचने के लिए भी हमने खास तैयारी की है। ड्राइ फ्रूट के गिफ्ट पैक क्वालिटी के साथ देते हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 12:30 AM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 12:30 AM (IST)
मेक स्मॉल स्ट्रॉन्ग: डिजिटल तकनीक और कुशल व्यवहार से फल-फूल रहा कारोबार
गाजियाबाद किराना मंडी के हितकारी द डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक देवेंद्र अग्रवाल (हितकारी) व उनके बेटे ऋषभ अग्रवाल।

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण काल में लोगों को घर से निकलने की मनाही थी। वहीं, मुश्किल समय में गाजियाबाद किराना मंडी के हितकारी द डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक देवेंद्र अग्रवाल (हितकारी) व उनके बेटे ऋषभ अग्रवाल ने इसे अवसर के रूप में लिया। तकनीक के माध्यम से ग्राहकों से जुड़कर आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी की। उन्होंने क्वालिटी और कुशल व्यवहार से कोई समझौता नहीं किया। यही वजह रही कि अनलाक के दौरान उनका कारोबार और तेजी के साथ फला-फूला।

loksabha election banner

37 साल पुरानी है दुकान

किराना मंडी का हितकारी डिपार्टमेंटल स्टोर करीब 37 वर्ष पुराना है। शुरुआत में शादी के सीजन के लिए देवेंद्र अग्रवाल ने इसकी शुरुआत की थी। शादी का सीजन सिर्फ तीन माह का होता है। इसके बाद काम को बदस्तूर जारी रखने के लिए उन्होंने बेहतर क्वालिटी के साथ थोक सामान की बिक्री का काम शुरू किया। देवेंद्र के कारोबार के पीछे उनके पुत्र ऋषभ का बड़ा योगदान है।

बेटे ने तकनीक से जोड़ कर काम बढ़ाया आगे

ऋषभ ने वर्ष 2007 में कंप्यूटर साफ्टवेयर इंजीनियर का डिप्लोमा लेकर कोयंबटूर में प्रशिक्षण लिया और चैन्नई, गुरुग्राम व नोएडा में टाटा कंसलटेंसी में काम किया। नौकरी को साल 2010 में छोड़कर पिता के काम को आगे बढ़ाने की सोची। ऋषभ ने कंप्यूटर सिस्टम लगवाने के साथ ही हितकारी द डिपार्टमेंटल की वेबसाइट तैयार कराई। फेसबुक पेज व वाट्सएप पर ब्राडकास्ट ग्रुप बनाकर काम को तकनीक से जोड़ा।

समय-समय पर निकालते हैं स्‍कीम

हितकारी स्टोर की अलग से आइटी टीम है जो आनलाइन ग्राहकों के आर्डर लेती है। माल में खुले डिपार्टमेंटल स्टोर्स की तरह वह भी समय-समय पर स्कीम निकालते हैं। आर्डर आने के बाद टैंपू, रिक्शा व स्कूटर से सामान घरों तक पहुंचाया जा रहा है। डिपार्टमेंटल में स्टोर, कंप्यूटर बिलिंग, पैकिंग डिपार्टमेंट से लेकर, होम डिलीवरी तक करीब दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को रोजगार मिला है।

4800 से अधिक वेरायटी मौजूद

देवेंद्र अग्रवाल बताते हैं कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से काम बढ़ने के पीछे ऋषभ ने काफी मेहनत की। इसका नतीजा लाकडाउन में सामने आया। स्टोर में जहां पहले 1700 से 1800 वैरायटी होती थीं, आज यह 4800 से अधिक हैं। यहां जिसको जो चाहिए वह आसानी से उपलब्ध है। हमारी ओर से पहली बार करीब तीन वर्ष पूर्व पालीथिन हटाकर कपड़े के थैले का प्रयोग आरंभ किया गया। सामान के साथ थैला देते हुए ग्राहकों को पालीथिन से होने वाले नुकसान के बारे में भी जागरूक किया जाता है। अभी तक करीब 25 से 30 हजार हितकारी ब्रांड के कपड़े के थैले ग्राहकों को दे चुके हैं।

भीड़भाड़ से बचने के लिए खास तैयारी

ऋषभ अग्रवाल बताते हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हम ग्राहकों को आर्डर के कुछ देर बाद ही घर तक सामान भेजने की सर्विस देते हैं। दिवाली पर भीड़भाड़ से बचने के लिए भी हमने खास तैयारी की है। ड्राइ फ्रूट के गिफ्ट पैक बेहतरीन क्वालिटी के साथ देते हैं। इसके साथ ही हम ग्राहकों को बेहतर क्वालिटी के साथ ही दाम में 10 से 15 प्रतिशत की छूट भी दे रहे हैं। ग्राहकों की सुरक्षा का भी स्टोर में खास ख्याल रखा जा रहा है। स्टोर में आने से पहले सैनिटाइजर व तापमान चेक किया जा रहा है। वेबसाइट, फेसबुक पेज, वाट्सएप के माध्यम से ग्राहकों को नित नई स्कीम व बेहतर क्वालिटी के प्रचार के माध्यम से ऋषभ अग्रवाल ने जोड़े रखा। क्वालिटी से किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया और मुश्किल वक्त में बेहतर सर्विस दी, जिसे ग्राहकों ने अनलाक में भी याद रखा है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.