Move to Jagran APP

भारत बंद से पहले ही किसानों को लगा बड़ा झटका, गाजियाबाद से संयुक्त किसान मोर्चा के लिए आ रही बुरी खबर

किसानों के भारत बंद से पहले ही गाजियाबाद से किसानों को बड़ा झटका लगा है। यहां पर भारत बंद को लेकर एक राय नहीं बन सकी है। इस कारण यहां पर दुकानें खुली रहेंगी। मोर्चा ने कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार भारत बंद का एलान किया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 04:12 PM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 05:25 PM (IST)
भारत बंद में शामिल नहीं होंगे गाजियाबाद के व्यापारिक संगठन, खुली रहेंगी दुकानें

loksabha election banner

गाजियाबाद [अवनीश मिश्रा]। किसानों के भारत बंद से पहले ही गाजियाबाद से किसानों को बड़ा झटका लगा है। यहां पर भारत बंद को लेकर एक राय नहीं बन सकी है। इस कारण यहां पर दुकानें खुली रहेंगी। बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने तीनों कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार सुबह छह से शाम चार बजे तक भारत बंद का एलान किया है। वहीं, गाजियाबाद के व्यापारिक संगठनों ने इसमें नहीं शामिल होने का एलान किया है। व्यापारियों ने कहा है कि सामान्य दिनों की भांति दुकान और बाजार खुलेंगे। वह भारत बंद में शामिल नहीं होंगे।

कब और कितने बजे के लिए किसानों ने किया है बंद का एलान

बता दें कि किसानों ने भारत बंद का एलान सोमवार यानि 27 सितंबर के लिए किया है। साेमवार को सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक दिल्ली बॉर्डर के सभी रास्तों पर किसान केंद्र सरकार के खिलाफ धरना देंगे। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हुए किसान ही एनएच -24 और एनएच-9 को बंद करेंगे।

गाजीपुर बॉर्डर से क्या हुआ एलान

भारतीय किसान यूनियन के यूपी प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह यादव के अनुसार किसान आंदोलन स्थल पर बने हुए हैं। बाहर के गांवों से आने की जरूरत नहीं है। जो किसान जहां हैं वहीं अपने एरिया में केंद्र सरकार के खिलाफ नए कृषि कानून को वापस लेने के लिए विरोध प्रदर्शन करेगा।

कैसे जुटाई जा रही है भीड़

लंबे समय से चल रहे प्रदर्शन में अब भीड़ नहीं जुट रही है। ऐसे में किसान अब भारत बंद के लिए भीड़ जुटाने की नई-नई जुगत बनाने में लगे हैं। किसान नेता अब कुश्ती का आयोजन करवा रहे हैं। इस दौरान देश के कई राज्यों से यहां पहलवान आ रहे है। किसान नेता राकेश टिकैत मंच पर पहुंच कर खुद इस आयोजन में एंकर बन गए जिसे सुनने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। हालांकि बॉर्डर पर हर बार कुछ ना कुछ नया कर टिकैत भीड़ बनाए रखने की कोशिश में लगे रहते हैं।

ये भी पढ़ें- Kisan Andolan: जानिए राकेश टिकैत कृषि कानून के बाद अब किन दो और मोर्चों पर भी सरकार से लड़ाई की कर रहे तैयारी

ये भी पढ़ें- भारत बंद को दिल्ली के बाजारों का समर्थन नहीं, आम दिनों की तरह खुले रहेंगे सभी थोक व खुदरा बाजार

ये भी पढ़ें- पढ़िए कुमार विश्वास क्यों बोले किसी के शव पर पत्रकारिता (तथाकथित) पहली बार नहीं कूदी है


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.