दो सौ तरह की गैस को निष्क्रिय करेगा एनडीआरएफ का डिटेक्टर
धनंजय वर्मा, साहिबाबाद : आपदा में मसीहा बनकर लोगों की जान बचाने वाले नेशनल डिजास्टर रिस्पां
धनंजय वर्मा, साहिबाबाद : आपदा में मसीहा बनकर लोगों की जान बचाने वाले नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) के पास बहुत जल्द मल्टी गैस डिटेक्टर होगा। इस अत्याधुनिक गैस डिटेक्टर की मदद से 200 गैसों की पहचान की जा सकेगी। इससे आसानी से गैस के दुष्प्रभाव को निष्क्रिय किया जा सकेगा। भोपाल गैस त्रासदी जैसी आपदा में एनडीआरएफ के जवान लोगों की जान बचा सकेंगे। औद्योगिक इकाइयों में गैस रिसाव होने पर एनडीआरएफ का यह उपकरण महत्वपूर्ण है।
एनडीआरएफ के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक भारत में ऐसा उपकरण नहीं है जो दो सौ गैसों पहचान कर उन्हें निष्क्रिय कर सके। मल्टी गैस डिटेक्टर खरीदने के लिए प्रस्ताव बन गया है। अमेरिका और जर्मनी की कंपनियों के सैंपल भी देखे गए हैं।
हैजमेट से चल रहा है काम:
भारत में केवल एनडीआरएफ के पास दो ऐसे वाहन हैं, जो केमकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर (सीबीआरएन) पदार्थों की पहचान कर लेते हैं। इस वाहन में लगे सेंसर यह भी पता कर लेते हैं कि कितनी दूरी पर कितनी मात्रा में सीबीआरएन पदार्थ हैं। इस वाहन को हैजमेट नाम दिया गया है। इसमें एलसीडी 3.3 लगा हुआ है, जो कुछ गैसों की भी पहचान कर लेता है। इसके बाद पदार्थों को निष्क्रिय कर दिया जाता है। अभी गाजियाबाद और पूणे स्थित एनडीआरएफ की बटालियन में हैजमेट है। इस हैजमेट वाहन को वीवीआइपी, पार्लियामेंट, की सुरक्षा में लगाया जाता है।
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पहले गाजियबाद व औद्योगिक इकाइयों के पास वाली बटालियन के लिए मल्टी गैस डिटेक्टर लिया जाएगा। इसके बाद देश की अन्य बटालियन के लिए भी खरीदा जाएगा- पीके श्रीवास्तव, कमांडेंट एनडीआरएफ