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बिना वारंटी की 35 हजार स्ट्रीट लाइट बन रहीं अंधेरे की वजह

जागरण संवाददाता गाजियाबाद आम व्यक्ति अगर एक बल्ब भी खरीदने के लिए दुकान पर जाता है तो दुक

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 06:02 PM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 06:02 PM (IST)
बिना वारंटी की 35 हजार स्ट्रीट लाइट बन रहीं अंधेरे की वजह

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : आम व्यक्ति अगर एक बल्ब भी खरीदने के लिए दुकान पर जाता है तो दुकानदार से उसकी वारंटी पहले पूछता है, ताकि अगर जल्द ही बल्ब खराब हो जाए तो उसको बदलकर दूसरा बल्ब दुकानदार से ले जाया जा सके। लेकिन नगर निगम ने शहर की सड़कों को रोशन करने के लिए 35 हजार स्ट्रीट लाइट बिना वारंटी की ही खरीद लीं, जो सड़कों पर अंधेरे की वजह बन रही हैं। इन लाइटों की मरम्मत के लिए ही हर साल अच्छी खासी रकम खर्च कर दी जाती है, इनके लिए अलग से एलइडी ड्राइवर भी नगर निगम को खरीदने पड़े हैं। 2018 के बाद खरीदी गईं वारंटी वाली स्ट्रीट लाइट: नगर निगम के अधिकारियों ने 2018 के बाद वारंटी वाली स्ट्रीट लाइट खरीदनी शुरू की। अब तक शहर में 11 हजार स्ट्रीट लाइट खरीदी जा चुकी हैं। इन स्ट्रीट लाइट की वारंटी पांच साल की हैं। अब बिना वारंटी की स्ट्रीट लाइट खरीदने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि जब तक बिना वारंटी वाली स्ट्रीट लाइट शहर में लगी रहेंगी, तब तक आए दिन अंधेरे के कारण शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता रहेगा, इन स्ट्रीट लाइट की मरम्मत पर भी रुपये खर्च होते रहेंगे।

सड़कों पर कुल 48 हजार स्ट्रीट लाइट लगी हैं। इनमें से 35 हजार स्ट्रीट लाइट बिना वारंटी की हैं। यह सभी लाइट 2018 से पहले ही खरीदी जा चुकी हैं। 2018 के बाद 11 हजार स्ट्रीट लाइट गारंटी वाली खरीदी गई हैं।

- मनोज प्रभात, अधिशासी अभियंता, प्रकाश विभाग, नगर निगम बयान

बिना वारंटी की स्ट्रीट लाइट करीब दो साल पहले तक खरीदी गई थीं। ये स्ट्रीट लाइट ठीक से काम नहीं कर रही हैं। इस संबंध में कंपनी के पदाधिकारियों को पूर्व में पत्र भी भेजे जा चुके हैं। शासन को भी इस मामले में जानकारी दी जा चुकी है।

- महेंद्र सिंह तंवर , नगर आयुक्त।


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