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बैंकों की बेरुखी ने बढ़ाई अधिकारियों की टेंशन

शासन ने पीएम स्वनिधि योजना में ननि को दिया है 8500 का लक्ष्य डीएम की सख्ती के बावजूद बैंकों की कार्य प्रणाली में नहीं हुआ सुधार।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 05:41 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 05:41 AM (IST)
बैंकों की बेरुखी ने बढ़ाई अधिकारियों की टेंशन

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: पीएम स्वनिधि योजना का लक्ष्य पूरा करने के लिए भले ही नगर निगम व डूडा विभाग के अधिकारी लगातार बैंकों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन बैंकों की बेरुखी से स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण वितरण करने का लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा।

कोरोना काल में लगे लाकडाउन के चलते कई स्ट्रीट वेंडर्स बेरोजगार हुए। इनकी मदद के लिए केंद्र सरकार द्वारा पीएम स्वनिधि योजना चलाई जा रही है। नगर निगम द्वारा विशेष अभियान चलाकर पूर्व में चार हजार से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण दिलाया था। शासन ने नगर निगम को 24 नवंबर तक 8500 स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण दिलाने का लक्ष्य दिया है। नगर आयुक्त ने विभागीय अधिकारियों को अधिक से अधिक लोगों को ऋण वितरण कराने को कहा, लेकिन बैंकों द्वारा सहयोग न करने से अधिकारियों की टेंशन बढ़ गई है। डीएम चंद्र विजय सिंह ने अभियान में सहयोग न करने पर बैंकर्स को कड़ी फटकार लगाई। उसके बाद रविवार को बैंक भी खुलवाए गए। उसके बाद भी परिणाम सकारात्मक नहीं आए। सोमवार को योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को ऋण दिलाने के लिए नगर निगम व डूडा विभाग के अधिकारी सुबह से बैंकों में पहुंच गए। बैंक अधिकारियों के असहयोग के कारण कई स्ट्रीट वेंडर्स को मायूस होकर लौटना पड़ा। - शासन द्वारा 24 नवंबर तक 8500 स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण वितरण का लक्ष्य दिया है, लेकिन बैंकों द्वारा अभियान में कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है। इससे मंगलवार तक लक्ष्य पूरा होना संभव नहीं है।

- विजय कुमार, नगर आयुक्त


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