बालिका शिक्षा के बढ़ावा को स्कूलों में लगेगी नारी चौपाल
बेंबिटिया की पढ़ाई को सजग उनकी मां को अब सम्मान मिलेगा। जी हां बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी आठ मार्च को पूर्व प्राथमिक विद्यालयों में नारी चौपाल का आयोजन होगा। शिक्षा के महत्व को समझाकर कानूनों की जानकारी भी दी जाएगी। अभिभावकों से परिवार का रिश्ता जोड़ने के लिए उनसे विद्यालय आकर समर्थन के साथ मानीटरिग करने के लिए भी कहा जाएगा। सर्व शिक्षा अभियान के निदेशक ने इसके लिए शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
जासं, चकिया(चंदौली) : बिटिया की पढ़ाई को सजग उनकी मां को अब सम्मान मिलेगा। जी हां, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी आठ मार्च को पूर्व प्राथमिक विद्यालयों में नारी चौपाल का आयोजन होगा। शिक्षा के महत्व को समझाकर कानूनों की जानकारी भी दी जाएगी। अभिभावकों से परिवार का रिश्ता जोड़ने के लिए उनसे विद्यालय आकर समर्थन के साथ मानीटरिग करने के लिए भी कहा जाएगा। सर्व शिक्षा अभियान के निदेशक ने इसके लिए शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
जिले में 470 परिषदीय पूर्व प्राथमिक विद्यालय हैं। इनमें कई कार्यक्रम संचालित हैं। बालिकाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने को मीना मंच गठित है जिससे उनके मान और सम्मान की रक्षा को जागरूक करने के साथ प्रतिभा को निखारा भी जाता है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम आठ मार्च को विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं के माता-पिता को बुलाया जाएगा। जिन परिवार की 90 फीसद बिटिया शिक्षा ग्रहण कर रहीं, उन माताओं को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। चौपाल में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने का सुझाव लिये जाएंगे। पाक्सो, बाल विवाह, दहेज प्रथा इत्यादि कानूनों की भी जानकारी दी जाएगी। मीना मंच की बच्चियां नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन करेंगी। खुशी व स्वशक्ति फिल्म को दिखाया जाएगा ताकि उनके मन मस्तिष्क में विद्यालय के प्रति विश्वास पैदा हो सके।
बालिका शिक्षा को लेकर विभाग संजीदा है। माताओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए नारी चौपाल आयोजित होगा। यहां उन्हें सम्मानित किया जाएगा। संकुल प्रभारियों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।
पीसी यादव, बीईओ