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सम्मानित हुए सेवानिवृत्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं

बिजनौर जेएनएन। उत्तर प्रदेशीय सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण परिषद की ओर से आयोजित समार

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 11:24 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 11:24 PM (IST)
सम्मानित हुए सेवानिवृत्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं

बिजनौर, जेएनएन। उत्तर प्रदेशीय सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण परिषद की ओर से आयोजित समारोह में सेवानिवृत्त आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। सोमवार को रवा राजपूत धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ।

संगठन के ब्लाक अध्यक्ष रोहिताश्व सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में इसी वर्ष 2020-21 में सेवानिवृत्त हुए शिक्षक नत्थू सिंह, शिक्षिका विद्यावती भटनागर, सुशीला, अफशा जबी, कमलेश कुमारी, पुष्पा, कुसम, जोहरा जबी को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। ब्लाक अध्यक्ष रोहिताश्व सिंह ने कहा कि जीवन पर्यंत शिक्षा के क्षेत्र में सेवारत रहा शिक्षक सेवानिवृत्ति के बाद भी सेवानिवृत्त नहीं होता। अपनी योग्यता और क्षमताओं का लाभ समाज को देकर ही शिक्षक संतुष्ट हो पाता है। उन्होंने संगठन की मजबूती के लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों से एकजुटता का आह्वान किया। मंत्री बलवंत सिंह ने आय-व्यय का लेखा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह संगठन ने सेवानिवृत्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित कर अपने दायित्व का निर्वाह किया है, उसी तरह समाज से भी ऐसी ही अपेक्षा होती है कि वे शिक्षक को सम्मान और अपनापन दे। कार्यक्रम में जयप्रकाश शर्मा, सुषमा तिवारी, सत्यपाल राजपूत, रुकमणि वर्मा, सुधा राजपूत, कैलाशचंद ने विचार रखे।

ज्ञान और प्रेरणा स्त्रोत है सरस्वती पुस्तकालय: उमापति

बिजनौर, जेएनएन। सरस्वती पुस्तकालय का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। पुस्तकालय के सदस्यों ने हवन यज्ञ में आहुति देकर सुख-शांति की कामना की। पुस्तकालय में ज्ञानवर्धन, मनोरंजन सहित विभिन्न विषय पर आधारित पुस्तकों की प्रदर्शन का पाठकों ने अवलोकन किया। सरस्वती पुस्तकालय के वार्षिकोत्सव पर मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर सदस्यों ने हर्ष व्यक्त किया। भाजपा नेत्री लीना सिघल ने पुस्तक प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ किया। अध्यक्ष उमापति गर्ग ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान और प्रेरणा का स्त्रोत है। सरस्वती पुस्तकालय केवल जनपद का ही नहीं, बल्कि मंडल मुरादाबाद में एकमात्र ऐसा पुस्तकालय है, जहां पिछले 50 वर्ष से भी अधिक पुरानी पुस्तकें उपलब्ध है। इसमें प्रतियोगी परीक्षाएं, इतिहास, भूगोल, कहानियां, विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिता की किताबें, ज्योतिष, वास्तु शास्त्र, संपूर्ण वेद विधान, सभी तरह के धार्मिक, राजनीतिक इत्यादि पुस्तकें उपलब्ध है, जो बहुमूल्य पुस्तकें हैं। लीना सिघल ने कहा की पुस्तकालय में ज्ञान का भंडार है। अधिक से अधिक लोग पुस्तकालय से जुड़ें एवं यहां मौजूद ज्ञान रूपी पुस्तकों का लाभ उठाएं अजय जैन के संचालन में आयोजित वार्षिकोत्सव में पुस्तकाध्यक्ष शिव कुमार अरोड़ा, उप पुस्तकाध्यक्ष पंडित प्रफुल्ल वशिष्ठ, संयोजक प्रदीप डेजी, जितेंद्र जैन, रामनाथ राजपूत, नवीन अग्रवाल, सुनील वशिष्ठ, सुरेंद्र जेटली, अतुल माहेश्वरी आदि उपस्थित रहे। अजय जैन ने बताया कि 19 अक्टूबर को सायंकालीन कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह होगा।


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