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कैसे निपटेंगे तीसरी लहर से, अभी तक आक्सीजन प्लांट तैयार नहीं

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) कोरोना की दूसरी लहर में सामने आई आक्सीजन की किल्लत क

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 11:26 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 11:26 PM (IST)
कैसे निपटेंगे तीसरी लहर से, अभी तक आक्सीजन प्लांट तैयार नहीं

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कोरोना की दूसरी लहर में सामने आई आक्सीजन की किल्लत कहीं तीसरी लहर में भी भारी न पड़ जाए। हकीकत यह है कि जिले में प्रस्तावित पांच आक्सीजन प्लांट का काम अभी 50 फीसद भी नहीं हो सका है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने तीसरी लहर से निपटना किसी चुनौती से कम नहीं।

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महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल की बात करें तो यहां पर बेड रखने की भी जगह नहीं है। इमर्जेंसी वार्ड में रैंप भी नहीं तैयार किया जा सका है। प्रथम तल पर बच्चों के वार्ड के बनाया गया है। आक्सीजन प्लांट की स्थापना तो किया जा चुका है लेकिन बेड तक पाइपलाइन नहीं पहुंचा पाया है। तीन वार्ड में लगे बेड पर पहले ही सेंट्रल पाइपलाइन लगाए गए थे। इसी से जोड़ने की योजना चल रही है।

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जिला अस्पताल में बेड रखने तक की जगह नहीं

जिला अस्पताल में 100 बेड का दावा किया जा रहा है लेकिन इमर्जेंसी के दो वार्ड में 60 बेड रखे गए हैं। इसक अलावा 40 बेड अलग-अलग वार्ड में कहां रखे गए हैं। इसे आसानी से खोजना मुश्किल होगा। हालांकि यहां पर बच्चों के लिए 20 बेड सुरक्षित रखा गया है। अहम सवाल यह है जब आक्सीजन प्लांट का संचालन होगा तो उससे प्रत्येक बेड तक आपूर्ति कैसे की जाएगी। पाइपलाइन तो महज इमर्जेंसी वार्ड में बिछाए गए हैं।

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प्लांट स्थापित करने में जुटे हैं इंजीनियर

महाराजा चेत सिंह जिला अस्पताल में प्लांट स्थापित किया जा चुका है। निर्माण एजेंसी के इंजीनियर कार्य को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। उपकरणों में तकनीकी कमियों को दूर करने में जुटे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि एक- दो दिन में प्लांट का संचालन कर दिया जाएगा।

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मानव संसाधन की है कमी- अस्पताल में प्लांट तो लगा दिया गया, लेकिन संचालन के लिए अभी तक विभाग की ओर से नीति नहीं तय की जा सकी है। विभाग की ओर से योग्य व प्रशिक्षित संचालक की तैनाती नहीं की जा सकी है। अप्रशिक्षितों से संचालन कराने पर जरूरत पर आक्सीजन की आपूर्ति में दिक्कत हो सकती है।

- प्लांट तैयार कर चालू करने में इंजीनियर लगे हैं। कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। शीघ्र ही टैंक में 90 फीसद आक्सीजन भरने के बाद प्लांट से इमरजेंसी तक बिछी पाइपलाइन में आपूर्ति कर रिसाव आदि की जांच की जाएगी।

- डा. एसपी सिंह, सीएमएस जिला अस्पताल ज्ञानपुर।


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