जानिए दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन ने क्यों लिया दामाद के खिलाफ बड़ा फैसला, पत्र जारी कर क्या दी हिदायत
UP Election 2022 आला हजरत दरगाह के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां के दामाद सैय्यद आसिफ मियां को दरगाह के सभी पदों से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ यह निर्णय उत्तराखंड की खटीमा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन करने पर लिया गया है।
बरेली, जेएनएन। UP Election 2022 : उत्तराखंड की खटीमा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन कराने वाले आला हजरत दरगाह के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां के दामाद सैय्यद आसिफ मियां को दरगाह के सभी पदों से हटा दिया गया है। सज्जादानशीन अहसन रजा कादरी ने उन्हें पत्र जारी कर दरगाह और टीटीएस के पदों का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी है। उनके निष्कासन की खबर तेजी से वायरल हो रही है।
दरगाह आला हजरत के प्रमुख सुब्हानी मियां के दामाद सैय्यद आसिफ मियां उत्तराखंड के सितारगंज में रहते हैं। उनका एक मकान यहां पुराना शहर में भी है। दरगाह परिवार के दामाद होने के कारण उन्हें अच्छा रसूख भी हासिल हैं। इसके साथ ही वह तहरीके तहफ्फूजे सुन्नियत (टीटीएस) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने तीन दिन पहले खटीमा विधानसभा सीट से आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के टिकट पर नामांकन कराया है।
उनके चुनाव लड़ने के लिए नामांकन कराने को लेकर दरगाह परिवार में खलबली मची हुई है। रविवार को टीटीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सज्जादानशीन मौलाना अहसन रजा कादरी ने सैय्यद आसिफ मियां को तत्काल प्रभाव से टीटीएस के महत्वपूर्ण पद से और दरगाह की सभी जिम्मेदारियों से पदमुक्त कर दिया है। इसके साथ ही उन्हें हिदायत दी है कि वह अब अपने नाम के साथ दरगाह आला हजरत या टीटीएस से संबंधित किसी भी पद का उल्लेख नहीं करेंगे।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी के अनुसार, मामले में सज्जादानशीन मौलाना अहसन रजा कादरी का कहना है कि दरगाह और टीटीएस गैर राजनीतिक हैं। इनका किसी भी चुनाव से ताल्लुक नहीं है। चूंकि सैय्यद आसिफ मियां ने चुनाव लड़ने का इरादा जताया है, इसलिए उन्हें सभी पदों से हटा दिया गया है।