निर्माणाधीन टोल प्लाजा पर फिर बड़ा हादसा, आयकर अधिकारी समेत तीन की मौत Bareilly News
फरीदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखनऊ सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन टोल प्लाजा पर डायवर्जन के पास स्विफ्ट डिजायर से दो युवक बरेली से लखनऊ की ओर जा रहे थे।
बरेली, जेएनएन : उत्तराखंड के मंत्री के बेटे की मौत के 20 दिन बाद ठीक उसी स्थान पर बड़ा हादसा हो गया। इसमें उत्तरखंड के आयकर अधिकारी समेत तीन लोगों की मौत हो गई। इस बार डबल डेकर बस और स्विफ्ट डिजायर कार में आमने-सामने की भिड़ंत हुई। आयकर अधिकारी बरेली से लखनऊ की ओर जा रहे थे।
जौनपुर के बोध कायपुर निवासी निवासी मनोज गुप्ता पुत्र विनोद कुमार गुप्ता उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आयकर अधिकारी के पद पर तैनात थे। उनके पास अल्मोड़ा का भी अतिरिक्त चार्ज था। शुक्रवार 12 बजे पिथौरागढ़ से लखनऊ में गजेस्टेड आफिसर एसोशिएशन के चुनाव में वोट डालने के लिए स्विफ्ट कार में सवार हुए थे। उनके साथ जौनपुर निवासी नौकर था, जबकि अल्मोड़ा का रहने वाला ड्राइवर नासिर खान कार चला रहा था। वह बरेली में कुछ देर रुके थे। रात करीब नौ बजे बरेली से लखनऊ के लिए रवाना हो गए थे।
फरीदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखनऊ सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन टोल प्लाजा पर डायवर्जन के पास स्विफ्ट डिजायर कार, फरीदपुर से सवारी भरकर बरेली की ओर जा रही डबल डेकर बस से भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर बस के नीचे घुस गई। कार में सवार आयकर अधिकारी, ड्राइवर और नौकर गंभीर रूप से चोटिल हो गए। मौके पर पहुंची ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें कार से बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें एंबुलेंस से ग्लोब अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। इधर दुर्घटना के बाद बस चालक और सवारियां मौके से फरार हो गई। जानकारी मिलने पर मौके पर एसडीएम अरुण कुमार, एसपीआरए संसार सिंह, सीओ रामानंद राय सहित ट्रैफिक पुलिस पहुंच गई। दुर्घटना के बाद हाईवे पर जाम लग गया, जिसे खुलवाने के लिए पुलिस को मशक्कत करना पड़ी।
नहीं चेते अफसर चली गई दो जाने
जिस स्थान पर यह घटना घटी है ठीक उसी स्थान पर कुछ दिनों पहले उत्तराखंड के एक मंत्री के बेटे की सड़क हादसे मे मौत हुई थी। जिसके बाद भी एनएचएआइ के अफसर नहीं जागे। प्रभारी मंत्री बृजेश पाठक के चेताने के बाद भी प्रशासनिक अफसरों ने एक्सीडेंट जोन को ठीक कराने का प्रयास किया। सभी दूसरे हादसे का इंतजार करने जैसी स्थिति में रहे।