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अब बदायूं को संवारेंगे आइपीएस अधिकारी से मंत्री बने असीम अरुण, जनपद से है बेहद खास रिश्‍ता

जिले के प्रभारी मंत्री बनाए गए असीम अरूण शनिवार को पहली बार यहां आ रहे हैं। पुलिस कमिश्नर के पद से वीआरएस लेकर राजनीति में उतरे हैं वह कनाडा से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई कर चुके हैं। इसलिए उनके विषय में जानने को हर कोई उत्सुक है।

By Vivek BajpaiEdited By: Published: Sat, 11 Jun 2022 12:29 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jun 2022 12:29 PM (IST)
असीम अरुण विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे

बदायूं, (कमलेश शर्मा)। प्रयोगधर्मी तेज तर्रार आइपीएस अधिकारी के रूप में पहचान बनाने वाले असीम अरूण की राजनीतिक पारी भी दमदार रही है। योगी सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार समाज कल्याण विभाग का दायित्व संभाल रहे हैं, इनका बदायूं से गहरा रिश्ता रहा है। यहीं पर इनका जन्म हुआ और अब प्रभारी मंत्री के रूप में जिले को संवारने का दायित्व मिला है। राजनीतिक पहलू की बात करें तो इन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के गढ़ कन्नौज को पहले प्रयास में ही भेद दिया। मुलायम सिंह यादव का गढ़ रहे बदायूं में प्रयोग कर यहां की दशा और दिशा को बदलेंगे।

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जिले के प्रभारी मंत्री बनाए गए असीम अरूण शनिवार को पहली बार यहां आ रहे हैं। पुलिस कमिश्नर के पद से वीआरएस लेकर राजनीति में उतरे हैं, वह कनाडा से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई कर चुके हैं। इसलिए उनके विषय में जानने को हर कोई उत्सुक है। इसका मुख्य कारण यह है कि 1970 में इनका जन्म बदायूं में ही हुआ था तब इनके पिता श्रीराम अरूण यहां एसपी के पद पर तैनात थे। 1994 बैच के आइपीएस रहे अरूण असीम ने अपने सेवा काल में भी कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। 2008 में जब मुंबई में आतंकी हमला हुआ था तब वह अलीगढ़ के एसएसपी थे। उस समय पुलिस की स्पेशल स्वाट टीम बनाई गई थी जिसमें इन्हें भी शामिल किया गया था।

लखनऊ के आतंकी सैफुल्लाह के एनकाउंटर में भी इनकी अहम भूमिका रही थी। एडीजी पद पर प्रमाेद होने के बाद वह कानपुर के पहले पुलिस कमिश्नर बनाए गए थे। गौतमबुद्धनगर और लखनऊ जब कमिश्नरेट का दर्जा दिया गया था तब ड्राफ्टिंग कमेटी में इन्हें भी शामिल किया गया था। इनकी कार्यशैली की बात करें तो काम के प्रति निष्ठावान हैं, इसमें किसी के साथ कोई समझौता नहीं करते। कन्नौज में सपा के गढ़ में सेंध लगाकर चुनाव जीते हैं, शायद इसलिए अब उन्हें सपा के गढ़ रहे बदायूं का दायित्व मिला है। अब भी यहां विधानसभा की छह सीटों में से तीन पर सपा का कब्जा है। जिले में वह किस तरह का प्रयोग करेंगे यह तो वक्त ही बताएगा।

प्रतियोगी परीक्षाओं की शुरू करा सकते आनलाइन कोचिंग: युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मंडल स्तर पर कोचिंग की व्यवस्था कराई गई है। आइएएस और आइपीएस कोचिंग दे रहे हैं, लेकिन ग्रामीण युवाओं काे इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। बताते हैं कि राज्यमंत्री ने कोचिंग आनलाइन कराने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे हजारों युवा घर बैठे लाभान्वित हो सकेंगे।

आज और कल बदायूं में रहेंगे राज्यमंत्री: राज्यमंत्री असीम अरूण शनिवार और रविवार को बदायूं में रहेंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार वह शनिवार को अपराह्न 2.30 बजे पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचेंगे। पांच बजे बदायूं क्लब में आयोजित गरीब कल्याण जनसभा को संबोधित करेंगे। रविवार को सुबह आठ बजे से गेस्ट हाउस में जन प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। सुबह दस बजे कलक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इसके बाद विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे।


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