जरा हो जाएं सावधान... सब्जी खरीदनें जा रहे हैं तो यह जानना अापके लिए जरूरी Bareilly News
ऐसा नहीं है कि एसिड केमिकल से सब्जियां अभी तैयार की जा रहीं। अर्से से ऐसा चल रहा मगर एफएसडीए ने सुध अब ली।
बरेली, जेएनएन : चमकदार हरी सब्जी, छिलका उधड़े हुए ताजा अदरक और नया आलू। सिर्फ देखकर इन पर भरोसा मत करिए। यह दिखावटी सब्जी सेहत के लिए बेहद खतरनाक भी हो सकती है। इतना ज्यादा कि लीवर डैमेज से लेकर कैंसर तक की बीमारी हो सकती है। गुरुवार को एफएसडीए की टीम ने छापा मारा तो अधिकारियों के सामने मिलावट का खेल बेपर्दा हुआ। तेजाब से आकर्षक बनाई जा रही अदरक पकड़ी। अन्य सब्जियां भी फिंकवाई गईं। ऐसा नहीं है कि एसिड, केमिकल से सब्जियां अभी तैयार की जा रहीं। अर्से से ऐसा चल रहा मगर, एफएसडीए ने सुध अब ली।
अभिहीत अधिकारी धर्मराज मिश्र के नेतृत्व में एफएसडीए की टीम गुरुवार सुबह 10.30 बजे डेलापीर मंडी पहुंची। टीम ने यहां पर थोक सब्जी विक्रेताओं के यहां चेकिंग शुरू की। चेकिंग में टीम को लाल भाई की आढ़त पर 19.60 कुंतल बैंगन खराब मिला। टीम ने इसको तत्काल फिंकवाया। इसके अतिरिक्त टीम को दो कुंतल शिमला मिर्च, एक कुंतल काशीफल, सात कुंतल फूल गोभी भी खराब मिला। टीम ने इन सभी को नष्ट कराया। सभी सब्जियों की कुल कीमत 20300 रुपये रही। टीम ने यहां से हरी मिर्च और फली के दो नमूने भी लिए, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
शरीर में तिल-तिल कर घुलता जहर
सब्जी के छोटे-छोटे खेतों में अक्सर आसपास के नाले का पानी बढ़ा दिया जाता है। दूषित पानी से सब्जियां कितनी प्रदूषित हो रहीं, कितने हैवी मैटल सब्जियों में पहुंच रहे। यह जानने के लिए विभाग की टीम सैंपल ले रही। सैंपल भेजे जा रहे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर पता चल सकेगा कि पेस्टीसाइड व हैवी मैटल कितनी मात्र में लोगों के घरों और फिर पेट तक पहुंच रहे।
फिजीशियन डॉ. राजीव गोयल ने बताया कि डाई लगी सब्जियों और केमिकल से पके फल के सेहत के लिए हानिकारक हैं। तात्कालिक प्रभाव में फूड प्वाइजनिंग से लेकर अपच तक की शिकायत हो सकती है, जबकि लगातार लंबे समय तक सेवन से कैंसर आदि जैसे रोग भी हो सकते हैं।
तेजाब वाला आलू-अदरक
पुराने आलू पर तेजाब रगड़ने से उसका छिलका नए आलू की तरह उधड़ा हुआ दिखने लगता है। ऐसे ही अदरक को भी एकदम ताजा बनाने के लिए तेजाब में धो दिया जाता है।
पहचान: हाथ से रगड़कर देखें, ज्यादा सफेदी दिखे तो न खरीदें।
बीमारी: तेजाब से सारे पोषक तत्व खत्म हो जाएंगे। अपच की शिकायत जो लोग रोजाना मंडी में सब्जियों पर तेजाब लगाते हैं, वे भी बीमारियों की जद में आ सकते हैं। लंबे समय से काम करने से उन्हें फेफड़ों की बीमारी होना तय है।
कार्बाइड वाला आम जहर फैला देगा
कच्चे आम पकाने के लिए कार्बाइड का खूब इस्तेमाल किया जा रहा। कच्चे आम को एक या दो रात तक कार्बाइड में रखा जाता है जिससे यह जल्द पक जाता है।
ऐसे पहचानें : छिलके पर राख की परत जैसी दिखेगी।
इतना खतनाक: कार्बाइड वाले आम से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है। लीवर पर प्रभाव पड़ सकता है।
केला एथीसियोन केमिकल में डुबोकर पकाया जा रहा। हरे केले को रातभर इस केमिकल में रखने से सुबह एकदम पीला हो जाता है।
केमिकल वाला केला बीमार कर देगा
केला एथीसियोन केमिकल में डुबोकर पकाया जा रहा। हरे केले को रातभर इस केमिकल में रखने से सुबह एकदम पीला हो जाता है।
ऐसे पहचानें: पूरा केला एकदम पीला होगा मगर डंठल हरा रहेगा।
इतना खतरनाक: लगातार पेट में गैस
डाई वाली सब्जियां कर देंगी कैंसर
लौकी, तोरई, करेला, मटर, फली आदि हरी सब्जियों को आकर्षक दिखाने के लिए उन्हें कपड़े वाली डाई में घंटों डाला जाता है।
ऐसे पहचानें: मटर, लौकी आदि ज्यादा चमकदार हरी दिखे तो उसे हल्के गर्म पानी में डालें। रंग उतरने लगेगा।
बीमारी: कैंसर इसी से फैल रहा। शिमला मिर्च व टमाटर पर नैपकिन वाला पेपर रगड़ने पर यदि वह चिकना होता है तो समङिाए पेट्रो जैली लगी है जोकि पाचन तंत्र को कमजोर करती है।
ज्यादा बड़ी लौकी ज्यादा खतरनाक
खेत में ही ऑक्सीटॉक्सिन लगाकर तोरई, लौकी आदि को रातों रात बड़ा कर दिया जाता है।
पहचान: लौकी या तोरई आदि सब्जी फूली हुई या अधिक लंबी दिखेगी।
बीमारी: हार्मोस डिस्टर्ब होंगे। पाचन की समस्या।
फल और सब्जियों को इस तरीके से धोएं
- सब्जियों और फलों को 5 से 10 मिनट तक सिरका मिले पानी में भिगोएं और उसके बाद अच्छी तरह से धो लें।
- फूलगोभी, पालक, ब्रोकली, बंदगोभी जैसी सब्जियों को दो प्रतिशत साधारण नमक वाले गर्म पानी से धोएं।
- गाजर और बैगन जैसी सब्जियों को इमली वाले पानी के घोल से धोएं।
- ओजोनेटेड पानी से धोने से पेस्टीसाइड को काफी हद तक साफ किया जा सकता है।
- आलू, गाजर, शलजम आदि सब्जियों को 5 से 10 सेकेंड के लिए नरम ब्रश या साफ कपड़े से पोछें व गुनगुने पानी से धोंए।
- सब्जियों को उबलते पानी में एक मिनट तक रखें और उसके बाद चलते पानी में धोएं।
घरों में बीमारियां भेज रहे मिलावटखोर, सब्जियों में लगाया जा रहा नाले का पानी।
सैंपल लेकर जांच को भेजे, मिलावट पर हो सकती है पांच साल की सजा।
एसिड से धुलती मिली अदरक
डीओ धर्मराज ने बताया कि मंडी में एक आढ़त पर अदरक धोई जा रही थी। यहां पर एक बोतल में एसिड जैसा कुछ पदार्थ था। कई बार दुकानदार को मौके पर बुलाया, लेकिन वह नहीं पहुंचा। टीम ने दुकान को सील कर दिया है। डीओ धर्मराज मिश्र ने बताया कि एसिड से धुली अदरक यदि जांच रिपोर्ट में फेल होती है तो एक्ट के अनुसार पांच लाख रुपये का जुर्माना या छह माह की कैद हो सकती है।
एफएसडीए की टीम ने डेलापीर मंडी में गुरुवार सुबह छापा मारा तो सामने आई हकीकत, खतरनाक है नाले का पानी व पेस्टीसाइड, लिए सैंपल
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