कोरोना के चलते ट्रेनों में हुई सख्ती तो अपराधों में आई कमी, जानिए क्या है वजह
लॉकडाउन के बाद चलाई गई पैसेंजर ट्रेनों में अपराध कम हुए हैं। ऐसा इसलिए नहीं हुआ है कि कम ट्रेन चलाईं जा रही हैं बल्कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि कोरोना के चलते न सिर्फ आरक्षण करवाना जरूरी है बल्कि ट्रेन में सख्ती भी बरती जा रही है।
बरेली, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद चलाई गई पैसेंजर ट्रेनों में अपराध कम हुए हैं। ऐसा इसलिए नहीं हुआ है कि कम ट्रेन चलाईं जा रही हैं बल्कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि कोरोना के चलते न सिर्फ आरक्षण करवाना जरूरी है बल्कि ट्रेन में सख्ती भी बरती जा रही है। इसकी वजह से जहां अपराध कम हुए हैं। वही यात्री भी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
मुरादाबाद मंडल के ए श्रेणी में शामिल बरेली जंक्शन राजस्व देने में भी नंबर एक पर है। सामान्य दिनों में जंक्शन में कुल 208 ट्रेनों का ठहराव हुआ करता था। जो कि वर्तमान में केवल 92 स्पेशल ट्रेनों का ठहराव है। जंक्शन के वाणिज्य विभाग के मुताबिक सामान्य दिनों में जंक्शन से जहां रोजाना औसतन 17,500 यात्री विभिन्न ट्रेनों व रूटों पर सफर करते थे। वहीं वर्तमान में यह संख्या पांच हजार रह गई है।
रेलवे से प्राप्त आंकड़ों पर निगाह डाले तो 2019 की तुलना में 2020 में अपराधों में कमी आई है। जहरखुरानी की पिछले वर्ष 2 तो इस बार एक भी मामला सामने नहीं आया। चोरी के पिछले साल 169 तो इस बार अभी तक सिर्फ एक मामला सामने आया। चेनपुलिंग 115 तो अभी तक केवल दो मामले जीआरपी व आरपीएफ थाने में पंजीकृत है।
चेनपुलिंग की घटनाएं थमी, तो निर्धारित समय से दौड़ रही ट्रेनें
जंक्शन पर वर्तमान में 92 स्पेशल ट्रेनों का ठहराव है। स्टेशन अधीक्षक सत्यवीर सिंह के मुताबिक लंबे रूट की कुछ ट्रेनें कोहरा अधिक होने पर भले हीं 10 से 15 मिनट की देरी से आए, वर्ना लगभग सभी ट्रेनें निर्धारित समय से चल रही है। दरअसल चेनपुलिंग होने से जहां ट्रेन रुकती है, वहीं प्रेशर आदि सही होने में और समय लगता है, जिससे ट्रेन बिना किसी कारण के लेट होती थी।
सत्र - 2019-20 - 2020-21
चेनपुलिंग - 115 - 02
रेल संपत्ति चोरी - 30 - 02
जहरखुरानी - 02 - 00
ट्रेन में चोरी - 169 - 01
एनडीपीएस - 64 - 04
महिला अपराध - 06 - 00
क्या कहना हैं अधिकारियों का
ट्रेनों में कंफर्म टिकट पर यात्रा होने से जहरखुरानी, चोरी आदि की घटनाओं पर नियंत्रण हुआ है। फिर भी ट्रेनों में चलने वाला स्कॉट लगातार गस्त आदि कर रहा है।
विजय सिंह राणा, जीआरपी जंक्शन निरीक्षक
कंफर्म टिकट के साथ ही 90 मिनट पहले ही यात्रियों को जंक्शन बुलाया जा रहा है। ऐसे में चेनपुलिंग की घटनाएं कम हुई है। आरपीएफ जवान लगातार मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं।
विपिन कुमार शिशौदिया, आरपीएफ जंक्शन निरीक्षक