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बरेली वासियों से बोले जिला अभिहित अधिकारी, लाइसेंसधारी विक्रेताओं से खरीदें सामान, गड़बड़ी मिलने पर दे जानकारी

Jagran Prashan Pahar दिवाली नजदीक आ गई है। बाजार में खाद्य व पेय पदार्थों की मांग बढ़ गई है। मांग बढ़ने के चलते मिलावटखोरी की भी आशंका सिर उठाने लगती है। ऐसे में जरूरी है कि लाइसेंसधारी विक्रेताओं से ही सामान खरीदें। सामान में गड़बड़ी दिखती है

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 01:45 PM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 01:45 PM (IST)
बरेली वासियों से बोले जिला अभिहित अधिकारी, लाइसेंसधारी विक्रेताओं से खरीदें सामान

बरेली, जेएनएन। Jagran Prashan Pahar : दिवाली नजदीक आ गई है। बाजार में खाद्य व पेय पदार्थों की मांग बढ़ गई है। मांग बढ़ने के चलते मिलावटखोरी की भी आशंका सिर उठाने लगती है। ऐसे में जरूरी है कि लाइसेंसधारी विक्रेताओं से ही सामान खरीदें। सामान में गड़बड़ी दिखती है तो तत्काल हमें जानकारी दें। जिले में मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चल रहा है। सामान की जांच को नमूने लिए जा रहे हैं। जहां भी कुछ गड़बड़ी की आशंका लग रही है, उसे सीज किया जा रहा है। जागरण प्रश्न पहर में यह बातें खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिला अभिहित अधिकारी धर्मराज मिश्रा ने लोगों से फोन पर कहीं। उन्होंने लोगों के सवालों के जवाब दिए साथ ही उनके सुझावों पर भी अमल करने का भरोसा दिलाया।

प्रश्न : आपका विभाग मिलावटखोरी रोकने का प्रयास कर रहा है, लेकिन कोई ऐसी चीज नहीं है कि जिसमें मिलावट नहीं हो। कुछ ऐसा करें कि मिलावट बिलकुल न हो।  रजनी देवी, इज्जतनगर

उत्तर : विभाग मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है। छापे डालकर खराब सामान को सीज भी किया जा रहा है।

प्रश्न : क्या कारण है कि विभाग सिर्फ त्योहार से कुछ दिन पहले ही सक्रिय दिखाई देता है। साल भर विभाग कार्रवाई क्यों नहीं करता।  हितेश प्रधान, प्रेमनगर

उत्तर : विभाग का काम साल भर चलता रहता है। त्योहार के समय अधिक मांग होने के चलते मिलावटी की अधिक आशंका रहती है, इसलिए उस वक्त विभाग ज्यादा सक्रिय दिखाई देता है।

प्रश्न : मिलावट करना भी एक अपराध है। फिर मिलावटखोरों के ठिकाने तस्करों की तरह क्यों नहीं ढहाए जाते हैं।  जुगल किशोर सोनकर, नेकपुर

उत्तर : मिलावट करने वालों के खिलाफ कानून के तहत उम्र कैद तक की सजा का प्राविधान है, लेकिन इस तरह ठिकाने ढहाने जैसी कोई बात एक्ट में नहीं है।

प्रश्न : शहर में जगह-जगह फास्ट फूड (बरगर, चाउमीन, डोसा आदि) के कार्नर खुल गए हैं। इनके पास लाइसेंस नहीं होते हैं। इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। इमरान अंसारी, बरेली कालेज बरेली

उत्तर : आपके सुझाव से मैं सहमत हूं। विभाग प्रयास करेगा कि स्टालों पर भी गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ ही लोगों को उपलब्ध कराए जाएं।

प्रश्न : अगर बाजार में मिठाई लेने जाएं तो कैसी खरीदनी चाहिए। नेहा तिवारी, राजेंद्र नगर

उत्तर : विभाग में यह आदेश है कि मिठाइयों की दुकानों पर मिठाई निर्माण की तिथि और उसे कब तक इस्तेमाल कर सकते हैं, इसकी तारीख लिखाना जरूरी है। इसे देखकर मिठाई खरीदें। इसके साथ ही लाइसेंसधारी विक्रेताओं से ही सामान लें।

प्रश्न : बाजार से किस तरह की चीजें नहीं खरीदनी चाहिए। सुमित गुप्ता, मलूकपुर

उत्तर : खरीदार बहुत कुछ जानता है, फिर भी बाजार में खुली, रंगीन, एल्युमीनियम वर्क वाली वस्तुएं खरीदने से बचें। जिन वस्तुओं में कुछ गड़बड़ी की आशंका लगती है तो दुकानदार से कहें। वह नहीं सुनता है तो विभाग को जानकारी दें।

प्रश्न : जिले में मिलावटखोरी रोकने के लिए विभाग क्या कर रहा है। धीरेंद्र पाल, सुभाषनगर

उत्तर : जिले में करीब दो हजार लोगों के पास खाद्य के लाइसेंस हैं और करीब दस हजार दुकानदारों के पंजीकरण विभाग में हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के नेतृत्व में चार टीमें जिले में लगी हुई हैं। सामान का नमूना लेने के साथ ही आशंकित लगने वाला सामान सीज किया जा रहा है।


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