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पंख टूटने से हुआ था हेलीकॉप्टर हादसा

By Edited By: Published: Sun, 27 Jul 2014 07:36 PM (IST)Updated: Sun, 27 Jul 2014 07:36 PM (IST)

जागरण संवाददाता, बरेली: एयरफोर्स का एएलएच ध्रुव मार्क-थ्री हेलीकॉप्टर पंख टूटने से सीतापुर के मल्लीपुरवां गांव में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। देश के बेस्ट पायलटों में शुमार विंग कमांडर (पायलट) टीएनबी सिंह ने काफी प्रयास कर हेलीकॉप्टर को लैंड कराने का प्रयास किया। लेकिन अचानक बिजली की हाइटेंशन लाइन से टकराने के कारण आग लग गई, जिससे हादसा हो गया।

त्रिशूल एयरबेस से शुक्रवार दोपहर 3.53 बजे इलाहाबाद के लिए उड़ान भरने वाला हेलीकॉप्टर शाम 4.50 बजे तक लखनऊ एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के संपर्क में था। मगर अचानक हेलीकॉप्टर के पंख टूट गए, तब विंग कमांडर टीएनबी सिंह ने काफी प्रयास कर हेलीकॉप्टर लैंड करने को नीचे उतारना शुरू कर दिया। विंग कमांडर ने हेलीकॉप्टर में आग न लगे, इसके लिए हेलीकॉप्टर में मौजूद ईंधन उड़ाने को फ्यूल इंजेक्शन का बटन भी दबाया। लेकिन यह तकनीकी खामी के चलते दब नहीं सका। इसी दौरान हेलीकॉप्टर बिजली की हाइटेंशन लाइन से टकरा गया, जिससे आग लग गई। जिसके चलते हेलीकॉप्टर में सवार सातों अफसरों की मौके पर ही मौत हो गई। एयरफोर्स की जांच टीम ने प्रथम जांच रिपोर्ट अफसरों को सौंप दी है। इसके बाद भी एयर ऑफिसर चीफ कमांडिंग इन चीफ सेंट्रल एयर कमांड जे.चौहान ने पूरे मामले की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं।

फ्लाइंग हॉवर्स करने थे पूरे

त्रिशूल एयरबेस का रन-वे क्षतिग्रस्त हो गया था। इसको नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। इस कारण हेलीकॉप्टरों की उड़ान (फ्लाइंग हॉवर्स) पूरे नहीं हो पा रहे हैं। इसीलिए बेंगलूर में तैयार विशेष विमान एएलएच धु्रव्र मार्क-थ्री को इलाहाबाद के लिए भेजा गया था। इससे एयर ऑफिसर चीफ कमांडिंग इन चीफ सेंट्रल एयर कमांड, इलाहाबाद जे.चौहान को एयरबेस में लाना था, तो वहीं पांचों अफसरों को मध्य कमान मुख्यालय छोड़कर आना था।

एसबीआइ देगी पांच-पांच लाख

एडवांस्ट लाइट हेलीकॉप्टर धु्रव मार्क-थ्री हादसे के शहीदों को भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) पांच-पांच लाख रुपये का पर्सनल एक्सीडेंट बीमा क्लेम देगी। यह जानकारी शहीदों को सलामी दिए जाने के दौरान त्रिशूल एयरबेस कैंपस में स्थित एसबीआइ के ब्रांच मैनेजर दीपक कौशल ने दी। वह बोले, सभी शहीदों के बैंक में खाते थे। इनके परिजनों को दो से तीन माह में पर्सनल एक्सीडेंट बीमा क्लेम की पांच-पांच लाख रुपये की राशि मुहैया करा दी जाएगी।


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