मोहल्लों में निस्तारित होगा कूड़ा, खाद उगलेंगे सामुदायिक कंपोस्टर
25--वार्ड 442--सफाईकर्मी 25--सफाई नायक 02--सफाई निरीक्षक 60--टन कूड़ा नि
नंबर गेम--
25--वार्ड
442--सफाईकर्मी
25--सफाई नायक
02--सफाई निरीक्षक
60--टन कूड़ा निकलता है रोज समीर तिवारी, बलिया
शहर में कचरा प्रबंधन के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। वार्डों में मोहल्ला समिति गठित होगी। हर समिति में 250 मकान शामिल किए जाएंगे। वार्डों में सामुदायिक कंपोस्टर का निर्माण होगा। इसमें गीले कूड़े से खाद बनाई जाएगी। सामुदायिक कंपोस्टर के लिए प्रदेश में 80 गंगा अमृत नगर निकायों का चयन किया गया है। पहले फेज में चयनित 20 निकायों में बलिया व गाजीपुर भी शामिल है।
सहारनपुर मॉडल : स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस कचरा प्रबंधन नियमावली 2016 के तहत मेरा कूड़ा मेरी जिम्मेदारी तय की गई है। इसी के तहत नई व्यवस्था बनाई जा रही है। सबसे पहले सहारनपुर में इस योजना को अमल में लाया गया। नगर विकास विभाग ने इसे मॉडल के तौर पर प्रस्तुत करते हुए प्रदेश के सभी शहरों में लागू करने की योजना बनाई है। इटावा, बिजनौर, शाहजहांपुर व बिसलपुर में इस पर काम हो चुका है। 27 वर्ग फीट में बनेगा कंपोस्टर
एक सामुदायिक कंपोस्टर 27 वर्ग फीट में बनेगा और ऊंचाई एक मीटर होगी। एक कंपोस्टर 40 हजार में तैयार होगा। तीन हिस्से होंगे। एक हिस्सा 20 दिन में भरेगा। लोग दूसरे, फिर तीसरे हिस्से में कूड़ा डालेंगे। तब तक पहले हिस्से से खाद तैयार हो जाएगी। इसमें 50 दिन का समय लगेगा। खाद का आधा हिस्सा नगर पालिका का होगा, जबकि आधा समिति के लोगों में बांटा जाएगा। इसका इस्तेमाल घर के गमलों से लेकर मोहल्ले के पार्कों में किया जा सकेगा।
दो-तीन मोहल्लों के लिए एक सामुदायिक कंपोस्टर बनाने की योजना है। इसके लिए वार्डों में मैपिग का कार्य कराया जाएगा। यह बहुत कारगर उपाय है।-- दिनेश विश्वकर्मा, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका बलिया। योजना के अमल में आने के बाद परिवहन खर्च बचेगा। प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी। अभी गाड़ियों से कूड़ा सड़क पर गिरने से समस्या आती है।--- सत्यानंद, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, स्वच्छ भारत मिशन शहरी।