Move to Jagran APP

सरकार की गाइडलाइन औचित्यहीन, नहीं करेंगे रामलीला

जागरण संवाददाता रौनापार (आजमगढ़) सरकार की गाइडलाइन को औचित्यहीन बताने के साथ आदर्श

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Oct 2020 05:25 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 05:25 PM (IST)
सरकार की गाइडलाइन औचित्यहीन, नहीं करेंगे रामलीला

जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़) : सरकार की गाइडलाइन को औचित्यहीन बताने के साथ आदर्श रामलीला समिति जीयनपुर ने इस वर्ष रामलीला न कराने का निर्णय किया है। शनिवार की रात हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। समिति के सदस्य अतुल कुमार त्रिपाठी के आवास पर हुई बैठक में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन पर चर्चा की गई। अध्यक्ष संतोष चौरसिया ने कहा की गाइडलाइन के अनुसार मंचन के समय दर्शकों की संख्या सौ से दो सौ ही होनी चाहिए, जबकि रामलीला में प्रतिदिन सात से आठ हजार दर्शक उमड़ते हैं। हम किसी को रामलीला देखने आने से कैसे रोक सकते हैं।

सरकार के वर्तमान फरमान के मुताबिक रामलीला का मंचन किसी भी दशा में संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में रामलीला का मंचीय कार्यक्रम रोकने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। महेंद्र मद्धेशिया, कामता प्रसाद, डब्लू गुप्ता आदि ने नौ दिन तक रामलीला के मंच पर रामायण पाठ, हवन, पूजन और राज्याभिषेक के बाद ब्राह्मण भोजन के कार्यक्रम की सलाह दी। इसमें मुन्ना गुप्ता, अंशुमाली त्रिपाठी, रामचंद्र चौहान, रमेश रजक, रमेश प्रजापति, राजकुमार चौरसिया, ओम प्रकाश मोदनवाल आदि रहे।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.