Prayagraj Coronavirus News: पीकू में तीमारदारों के रहने व्यवस्था को हरी झंडी का श्रेय प्रयागराज को, मेडिकल कालेज के प्राचार्य का था सुझाव
Prayagraj Coronavirus News शासन ने बच्चों के इलाज से संबंधित सभी व्यवस्थाएं 30 जून तक अस्पतालों में पूरी कर लेने की हिदायत संबंधितों को दी है। पीकू वार्ड की तैयारी काउच दवाइयां वेंटिलेटर तीमारदारों के लिए सुरक्षा के साधन जुटा लिए जाने का निर्देश दिया है।
प्रयागराज, [अमरदीप भट्ट]। कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के भी संक्रमित होने की आशंका है। इससे पहले ही अस्पतालों से तेजी से चिकित्सा संसाधन जुटाए जा रहे हैैं। इसी क्रम में एक नाम प्रचलन में आया है वह है पीकू यानी पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट। इसमें तीमारदारों को रहने की अनुमति होगी। शासन ने इसकी हरी झंडी दे दी है। इस व्यवस्था का श्रेय प्रयागराज को दिया जा सकता है। दरअसल यहीं से सबसे पहले यह सुझाव दिया गया था। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह ने पीकू वार्ड में अभिभावकों के लिए काउच की जरूरत बताई थी।
सौ बिस्तरों वाले पीकू वार्ड में काउच (रहने का स्थान) बेड के बगल में होगा। इसमें फासला कितना होगा, इस पर मंथन चल रहा है। काउच, बेड की ऊंचाई से कुछ नीचे होंगे ताकि तीमारदार बैठ अथवा सो सकें।
किशोर संक्रमितों पर असमंजस
यदि 14 से 18 साल तक के किशोर संक्रमित होते हैं तो उनके साथ तीमारदार रहने दिया जाएगा अथवा नहीं, यह तय नहीं हो सका है। बच्चों की स्थिति और उनकी जरूरत के आधार पर इसकी अनुमति दी जा सकती है। अहम बात यह है कि उन्हीं तीमारदारों को वार्ड के काउच में रहने की अनुमति मिलेगी, जिनको दोनों कोरोना रोधी वैक्सीन के डोज लगे होंगे।
ट्रायज एरिया का सुझाव भी
कोविड संदिग्ध बच्चों के लिए ट्रायज वार्ड का सुझाव भी डा. एसपी सिंह ने ही दिया है। उनका कहना था कि ऐसे बच्चे जिनकी तबीयत ज्यादा खराब होती है उन्हें ट्रायज वार्ड में भर्ती किया जाए। जब तक उनकी कोविड टेस्ट रिपोर्ट न आ जाए उनका इलाज ट्रायज वार्ड में ही किया जाए। भले ही वहां वेंटिलेटर क्यों न लगाना पड़े। यदि रिपोर्ट निगेटिव रहती है तो बच्चों को चिल्ड्रेन अस्पताल भेज दिया जाएगा।
व्यवस्था 30 जून तक करने का आदेश
शासन ने बच्चों के इलाज से संबंधित सभी व्यवस्थाएं 30 जून तक अस्पतालों में पूरी कर लेने की हिदायत संबंधितों को दी है। पीकू वार्ड की तैयारी, काउच, दवाइयां, वेंटिलेटर, तीमारदारों के लिए सुरक्षा के साधन जुटा लिए जाने का निर्देश दिया है। पीकू वार्ड के लिए पूरे प्रदेश में वेंटिलेर एक ही रेट पर खरीदे जाएंगे।
प्राचार्य बोले- खुश हूं कि मेरे सुझाव को मान लिया गया
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज प्रयागराज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में अहम मसले पर सभी की राय मांगी जाती है। मामला बच्चों का है और बेहद संवेदनशील भी इसलिए मैंने कहा था कि बच्चे बीमार होते हैं तो मां-बाप के बिना नहीं रह पाते। ऐसे में अस्पतालों में भी संक्रमित बच्चों की मां अथवा पिता को रहने दिया जाए। मैैं खुश हूं कि मेरे सुझाव को मान लिया गया है।