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रेलवे ने बंद किया रास्ता, महाआंदोलन करेंगे प्रतापगढ़ में हजारों ग्रामीण, ट्रैक पर डेरा डालकर जताएंगे विरोध

प्रतापगढ़ में हजारों ग्रामीणों को लखनऊ-प्रतापगढ़ रेलमार्ग पर जगेशरगंज में रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पार करने को रास्ता नहीं है। रेलवे ने अपने गेट नंबर 88 और 89 को बंद कर दिया। अब प्रभावित लोग 11 सितंबर से ट्रैक पर डेरा डालकर अपनी बात अफसरों के कानों तक पहुंचाएंगे।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 29 Aug 2022 05:52 PM (IST)Updated: Mon, 29 Aug 2022 05:52 PM (IST)
रेलवे ने अपने ही बनाए गेट नंबर 88 और 89 को बंद कर दिया है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद में हजारों ग्रामीणों को लखनऊ-प्रतापगढ़ रेलमार्ग पर जगेशरगंज में रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पार करने को रास्ता नहीं है। रेलवे ने अपने ही बनाए गेट नंबर 88 और 89 को बंद कर दिया है। अब प्रभावित लोग 11 सितंबर से ट्रैक पर डेरा डालकर अपनी बात अफसरों के कानों तक पहुंचाएंगे।

दोनों रास्ते बंदकर रेलवे ने खोद दिए गड्ढे

रेललाइन का दोहरीकरण हो रहा है। कुछ समय पहले रेलवे ने दोनों रास्तों को बंद कर दिया। वहां गहरे गड्ढे खोद दिए गए। इस कारण हजारों लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। इसको लेकर कई बार आंदोलन के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर लोग आक्रोशित हैं। सोमवार को ग्रामीणों ने रेल ट्रैक को जाम करने की चेतावनी दी। जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, रेल महाप्रबंधक डीआरएम समेत अधिकारियों को ज्ञापन भेजा। इस दौरान जगत बहादुर वर्मा, मनोज कुमार, राधेश्याम, सत्य नारायण, राजेंद्र प्रसाद, लोकनाथ, बिहारी, विनोद मिश्रा ने आवाज आवाज उठाई। कहा कि कई बार ट्रैक के बगल पंचायत हुई। चौपाल लगाई गई, अधिकारियों को समस्या बताए, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। अब ग्रामीण अपने परिवार और मवेशियों सहित ट्रैक पर डेरा डालेंगे। रेल दोहरीकरण का कार्य भी रोक दिया जाएगा।

लाइन पार करने को हथेली पर रखते हैं जान

दर्जन भर गांवों के बच्चों को भी रेलवे की मनमानी का दंश झेलना पड़ रहा है। उनको ककहरा सीखने के लिए हर दिन जान हथेली पर रखनी पड़ती है। सैकड़ों बच्चों को रेलवे ट्रैक पारकर स्कूल जाना-आना पड़ता है। यहां के अधिकतर स्कूल रेलवे लाइन के उस पार होने से बच्चों को वहां तक ले जाने को अभिभावकों और गुरुजनों की ड्यूटी लगानी पड़ती है। कभी-कभी बच्चे अकेले ही पार करते हैं। बांसी,उत्तर का पुरवा, मंगापुर, पूरे केवल, पूरे चंदू, बासूपुर, बिलरिया, रमगढ़वा समेत दर्जनों गांव के लोग इस समस्या से परेशान हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज के प्रधानाचार्य अंजनी कुमार चतुर्वेदी का कहना है। कि मन में हमेशा डर बना रहता है कि कोई अनहोनी न हो जाए। प्राथमिक स्कूल जगेशरगंज के प्रधानाध्यापक हीरा लाल वर्मा का कहना है कि स्कूल में छुट्टी होने पर शिक्षक बच्चों को रेलवे लाइन पार कराने में लगाए जाते हैं। ऐसा न करें तो उनको कई किलोमीटर घूमकर आना-जाना पड़ता है।


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