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Megh Mela: संगम में डुबकी लगाने को उमड़ी 40 लाख श्रद्धालुओं की आस्था

इलाहाबाद में आज माघ मेले का आगाज हो गया। पुण्य लाभ के लिए संगम तट पर जुटे करीब चालीस लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगा ली है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 12 Jan 2017 10:50 AM (IST)Updated: Thu, 12 Jan 2017 10:55 PM (IST)

इलाहाबाद (जेएनएन)। लौकिक और पारलौकिक आनंद की कामना पूर्ति के लिए गुरुवार को लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में डुबकी लगाई। पौष पूर्णिमा की पुण्य बेला में स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु तीर्थराज प्रयाग पहुंचे। इनमें कल्पवासियों की संख्या ज्यादा थी। प्रशासन ने 40 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का दावा किया है।हालांकि पूर्व में अनुमान 50 लाख श्रद्धालुओं के आने का था।

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देखें तस्वीरें : इलाहाबाद में संगम पर पौष पूर्णिमा के दिन उमड़े श्रद्धालु

पौष पूर्णिमा स्नान के साथ ही संगम तट पर कल्पवास आरंभ हो गया। हजारों कल्पवासियों ने अपने शिविरों में धूनी रमा ली। पौष पूर्णिमा माघ मेले का प्रथम स्नान होता है। इसके साथ ही अत्यंत फलदायी माघ मास का आरंभ हो जाता है। कड़कड़ाती ठंड में सुबह चार बजे से ही स्नान-दान का क्रम शुरू हो गया था। संगम के अलावा अक्षयवट घाट, रामघाट, काली घाट, दारागंज गंगाघाटों पर भी स्नानार्थियों की भीड़ जुटी। आम श्रद्धालुओं के साथ संत-महात्माओं ने भी संगम व गंगा में डुबकी लगाई।

​​​​​तस्वीरों में देखें-संगम तट पर तैयार होता टेंट सिटी

जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, जगद्गुरु बिनैका बाबा, देवतीर्थ अधोक्षजानंद सरस्वती, योगगुरु स्वामी आनंद गिरि, योगी हर्ष, महामंडलेश्वर रामतीर्थ दास ने संगम में स्नान-ध्यान किया। दंडी स्वामीनगर में जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम, स्वामी ब्रह्माश्रम ने अपने भक्तों व कल्पवासियों के साथ गंगा में डुबकी लगाई। सेक्टर चार व पांच में घाटों की व्यवस्था दुरुस्त न होने से स्नानार्थियों को दिक्कत का सामना भी करना पड़ा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस, पीएसी के अलावा आरएएफ के जवान मुस्तैद रहे। अब दूसरा स्नान पर्व 14 जनवरी को पड़ेगा। सूर्य 14 जनवरी को दोपहर में मकर राशि में प्रवेश करेंगे।

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उम्मीद जताई जा रही है कि शाम तक 50 लाख लोग संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करेंगे। पौष पूर्णिमा स्नान के साथ माघ मेले का शुभारंभ हो गया। पौष पूर्णिमा बुधवार शाम 7.20 बजे ही लग गई थी लेकिन उदयातिथि की वजह से स्नान दान का क्रम तड़के चार बजे शुरू हुआ। स्नान के लिए कुल 17 घाट बनाए गए हैं। सुबह आठ बजे तक करीब चार लाख श्रद्धालुओं के स्नान का अनुमान है। जैसे जैसे दिन चढ़ रहा है, स्नानार्थी मेले में पहुंच रहे हैं।

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इलाहाबाद में आज से तीस दिन तक गंगा तथा यमुना के संगम स्थल पर माघ मेला रहेगा। यहां पर तंबुओं की नगरी बसाई गई है, जहां पर लोग एक महीने तक कल्पवास करेंगे। इसी के साथ श्रद्धालु एक दिन से एक माह तक संगम तट पर रहकर वैरागी का जीवन यापन करेंगे। यह सभी लोग मोक्ष प्राप्ति की कामना करेंगे।संगम पर कल्पवास के संकल्प के साथ श्रद्धालु स्नान, अन्न-जल दान के बाद सिर्फ एक वक्त का भोजन करेंगे और भूमि शयन करेंगे। इस बार माघ मेले में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था भी की गई है। पुलिस के साथ-साथ पैरामिलिट्री फॉर्स भी लगाई गई है, ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।

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