प्रशासन बांटेगा भूमि, माधवदास खेमा करेगा बहिष्कार
जासं, इलाहाबाद : माघ मेले की शुरूआत विवादों से हो रही है। खाक चौक का विवाद सुलझा नहीं तो प्रशासन ने
जासं, इलाहाबाद : माघ मेले की शुरूआत विवादों से हो रही है। खाक चौक का विवाद सुलझा नहीं तो प्रशासन ने खुद जमीन वितरण का फैसला कर लिया है। ऐसे में समर्थक संतों के साथ बैठक कर महंत माधवदास ने माघ मेले के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
खाक चौक के संतों के बीच सुलह के लिए प्रशासन ने तीन वार्ताएं बुलाई, लेकिन महंत माधवदास परंपरा से इतर प्रशासन के जमीन बांटने के फैसले से सहमत नहीं हुए हैं। सोमवार को हुई वार्ता विफल होने के बाद प्रशासन ने खुद ही जमीन वितरण का फैसला कर लिया। ऐसे में मंगलवार शाम महंत माधवदास की अध्यक्षता में करीब 70 संतों की एक बैठक काली मंदिर के निकट हुई। जिसमें माधवदास ने कहा कि प्रशासन ने उनके साथ धोखा किया है। बीते साल प्रशासन ने वादा किया था कि अगले साल से परंपरानुसार ही जमीन का वितरण किया जाएगा, लेकिन अब ऐसा नहीं किया जा रहा है।
समर्थक संतों ने भी प्रशासन के इस रवैये पर रोष जताया। इसके बाद संतों ने सर्वसम्मति से मेले का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। महंत माधवदास ने बताया कि अगर प्रशासन संतों को मेला नहीं करने देना चाहता तो मेले का बहिष्कार करना मजबूरी बन गया है। बैठक में दिगंबर अनी अखाड़े के महामंत्री वैष्णवदास, प्रहलाद दास, दीनबंधु दीनानाथ, अखिलेश दास, धु्रवदास, शंकरदास, प्रभुदास, खाटू श्याम से आए श्यामदास और झुनझुनिया बाबा मोहनशरण आदि संतगण मौजूद रहे।
'खाक चौक में विवाद समाप्त कराने के लिए तीन बार बैठकें आयोजित की गई, लेकिन हल नहीं निकला। इसलिए अब प्रशासन खुद खाक चौक के सभी संतों को जमीन उपलब्ध कराएगा। सभी संतों का मेले में स्वागत है। संतों को प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।'
आशीष मिश्र, मेलाधिकारी