'हे गंगा मइया करो कल्याण'
जासं, इलाहाबाद : मोक्षदायिनी मां गंगा की निर्मलता व अविरलता के प्रति आम जनमानस में जागृति बढ़ रही है
जासं, इलाहाबाद : मोक्षदायिनी मां गंगा की निर्मलता व अविरलता के प्रति आम जनमानस में जागृति बढ़ रही है। लोग संकल्प पत्र भरकर स्वयं गंदगी न फैलाने की शपथ लेने के साथ दूसरों को प्रेरित करने की मुहिम चला रहे हैं। गुरुवार को संगम तट से चंद दूरी पर स्थित रामघाट इसका साक्षी बना।
हरिहर गंगा आरती समिति की ओर से आयोजित गंगा महोत्सव के तीसरे दिन सैकड़ों की भीड़ जुटी। कलाकारों ने भजन-कीर्तन के जरिए मां गंगा की महिमा का बखान किया। अध्यक्ष सुरेश चंद्रा ने 'गंगा मइया में जब तक पानी रहे, हे गंगा मइया करो कल्याण, जय गंगे जय-जय गंगे' भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को भावविभोर कर दिया। वहीं बुंदेलखंड के कलाकारों ने लोकनृत्य की मोहक प्रस्तुति की। मुख्य अतिथि पूरन सिंह बिष्ट ने कहा कि गंगा की रक्षा करने के लिए हर वर्ग को आगे आना चाहिए। महासचिव अवधेश गुप्त ने भक्तों को संकल्प पत्र भरवाया। श्रद्धालुओं ने गंगा को पॉलीथिन, कूड़ा-करकट, पूजन सामग्री न फेंकने एवं गुड़, दूध, दही, शहद व आटे की गोलियां डालने का संकल्प लिया। इस दौरान प्रमोद पांडेय, लालजी यादव, मिठाई लाल, संजय, राधेश्याम, संजू मेहरोत्रा, नरेंद्र मौर्य 'चुन्नू बाबा', अजय शास्त्री, रेनू मिश्रा, रामचंद्र, बिन्नी पंडा मौजूद थे।