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शिक्षक का पद एक, नियम अनेक

By Edited By: Published: Sun, 28 Sep 2014 08:42 PM (IST)Updated: Sun, 28 Sep 2014 08:42 PM (IST)

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : विभाग एक, पद एक, कॉलेज का स्तर एक। अंतर है तो केवल सरकारी और वित्त पोषित का। इस मामूली से अंतर वाले कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया बिल्कुल अलग-अलग है। एक के लिए अभ्यर्थी लिखित परीक्षा देते हैं और फिर साक्षात्कार से जूझते हैं, वहीं दूसरे कॉलेज में सिर्फ साक्षात्कार से ही बन जाते हैं 'मास्साब'।

प्रदेश सरकार राजकीय माध्यमिक कॉलेजों में 6645 एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। यह भर्ती मंडल स्तर पर पुरुष एवं महिला शिक्षकों की होगी व इसमें साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया जाएगा। वहीं, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड भी टीजीटी-पीजीटी 2013 की परीक्षा कराने जा रही है। इसमें भी पद छह हजार से अधिक हैं। एक ओर सरकार राजकीय कॉलेजों में एलटी ग्रेड शिक्षक की भर्ती साक्षात्कार से करा रही है तो दूसरी ओर प्रदेश के वित्त पोषित कॉलेजों में इसी पद के लिए शिक्षकों की भर्ती के लिए बाकायदे लिखित परीक्षा होगी, जिसकी तिथियां भी घोषित कर दी गई हैं।

एक ही विभाग में एक ही पद के लिए दो अलग-अलग नियम होने से प्रतियोगी छात्र खासे खफा हैं। टीजीटी-पीजीटी संघर्ष मोर्चा के रिंकू सिंह ने कहा है कि इस मुद्दे पर वे चुप बैठने वाले नहीं हैं। प्रतियोगी छात्र तीस सितंबर को शिक्षा निदेशालय का घेराव करेंगे और इस मुद्दे पर तब तक शांत होकर नहीं बैठेंगे जब तक सरकार नियमों में एकरूपता नहीं लाती।


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