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Farmers Protest: यमुना एक्सप्रेस वे पर किसानों ने लगाया जाम, एक दर्जन हिरासत में

केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों को लेकर पंजाब और हरियाणा में किसान आंदोलित हैंं। इनके समर्थन में भाकियू के पदाधिकारी और कार्यकर्ता थाना बलदेव क्षेत्र में गांव गढ़सोली के समीप एकत्र हुए और यमुना एक्सप्रेस वे के ऊपर चढ़ आए। यूनियन ने एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया है।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 01:24 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 01:24 PM (IST)
यमुना एक्‍सप्रेस वे पर शुक्रवार को प्रदर्शन करते किसान। फोटो: जागरण

आगरा, जेएनएन। केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ हरियाणा में किसानों पर की कार्रवाई के विरोध की चिंगारी ब्रज मंडल में भी भड़क उठी है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने शुक्रवार दोपहर को यमुना एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया। करीब आधे घंटे तक किसानों ने एक्सप्रेस वे पर वाहनों की आवाजाही को रोक दिया। भाकियू (टिकैत) के जिलाध्यक्ष समेत पुलिस ने एक दर्जन किसानों को हिरासत में ले लेकर थाना बलदेव भेज दिया। इसके बाद जाम खुल गया। अभी किसान सर्विस रोड पर धरना दे रहे हैंं।

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केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों को लेकर पंजाब और हरियाणा में किसान आंदोलित हैंं। आंदोलित किसानों पर गुरुवार को पुलिस ने पानी की बौछार कर बल पूर्वक कार्रवाई की थी और उनको दिल्ली जाने से रोक दिया था। इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने यमुना एक्सप्रेस वे के राया कट पर जाम लगाने का एलान किया था। मगर, शुक्रवार की सुबह भाकियू (टिकैत) ने अपनी रणनीति को बदल लिया। भाकियू के पदाधिकारी और कार्यकर्ता थाना बलदेव क्षेत्र में गांव गढ़सोली के समीप एकत्र हुए और यमुना एक्सप्रेस वे के ऊपर चढ़ आए। यूनियन ने एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया। जाम लगाने की सूचना मिलते ही एसपी देहात श्रीचंद्र, एसडीएम महावन और एएसपी आरती सिंह पुलिस फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाकियू के नेताओं को एक्सप्रेस वे से हटने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं हटे। एसडीएम महावन कृष्णानंद तिवारी के निर्देश पर पुलिस ने भाकियू के जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर समेत एक दर्जन किसानों को हिरासत में लेकर थाना बलदेव भेज दिया।

इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष रोहताश चौधरी और मंडल अध्यक्ष गजेंद्र रावत की अगुवाई में दो दर्जन से अधिक किसान करीब पौन बजे यमुना एक्सप्रेस वे के मांट टोल पर पहुंच गए। किसान दो बूथों के आगे धरने पर बैठ गए। वह पुलिस ने हिरासत में लिए भाकियू नेताओं को तत्काल रिहा किए जाने और पंजाब व हरियाणा में आंदोलित किसानों की मांग को पूरा किए जाने की मांग कर रहे है। हालांकि मांट टोल पर बैठे किसानों के धरने से यातायात पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। केवल दो बूथ ही बंद हुए हैं और अन्य बूथों से वाहनों को निकाला जा रहा है।

पदाधिकारियों को हिरासत में लिए जाने के बाद एक्सप्रेस वे पर जाम खुल गया और यातायात सामान्य हो गया। भाकियू नेताओं के पकड़े जाने के बाद किसान एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर धरना पर बैठ गए। वह हिरासत में लिए गए किसान नेताओं को तत्काल रिहा किए जाने की मांग कर रहे है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी धरना स्थल पर डटे हुए हैं। 


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