Agra Metro Rail: नीला, पीला, हरा हर रंग है खास, मेट्रो में हेलमेट बताता है अधिकारी या कर्मचारी की पहचान
Agra Metro Rail छह में तीन स्टेशनों का हो चुका है निर्माण तीन की खोदाई का चल रहा है कार्य। ट्रैफिक संचालन के लिए 50 से अधिक कर्मचारियों की लगी है ड्यूटी। बिना हेलमेट को किसी भी अधिकारी और कर्मचारी को ड्यूटी पर नहीं आने की है इजाजत।
आगरा, जागरण संवाददाता। शहर में मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है। कई बार आपकी नजर कार्य कर रहे अधिकारियों या फिर मजदूरों पर पड़ी होगी। हर किसी के सिर पर हेलमेट जरूर होगा। कोई सफेद हेलमेट लगाए होगा तो किसी के सिर पर हरा या फिर बैंगनी व पीला हेलमेट होगा। ऐसे में एक बार आप यह जरूर सोचते होंगे कि आखिर हर रंग के हेलमेट लोग क्यों पहने हुए हैं तो चलिए हम बताते हैं। इसकी क्या उपयोगिगता है और इसे क्यों पहनना जरूरी है।
मेट्रो स्टेशन निर्माण के दौरान घायल साथी को इलाज के लिए ले जाते कर्मचारी।
उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि प्राथमिकता वाले कारिडोर में छह स्टेशन शामिल हैं। इसमें तीन एलीवेटेड और तीन भूमिगत स्टेशन हैं। फतेहाबाद रोड पर तीन एलीवेटेड स्टेशनों का निर्माण हो चुका है जबकि तीन भूमिगत स्टेशनों की खोदाई चल रही है। भूमिगत स्टेशन एक से डेढ़ साल में तैयार होंगे। शहर में मेट्रो ट्रैक तीस किमी लंबा होगा। सिकंदरा तिराहा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कारिडोर 14 किमी और आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक दूसरा कारिडोर 16 किमी लंबा होगा।
सिर के बचाव के लिए हेलमेट पहनकर काम करते यूपीएमआरसी के कर्मचारी।
सिर का बचाव जरूरी
निर्माण स्थल में कई बार सामग्री के सिर पर गिरने का खतरा रहता है। ऐसे में हेलमेट इससे बचाव करता है। बिना हेलमेट के कोई भी अधिकारी या कर्मचारी निर्माण स्थल पर नहीं पहुंचता है।
उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी)
यह है हेलमेट का रंग
- सफेद, उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन के कर्मचारियों के लिए
- बैंगनी, निर्माणदायी एजेंसी के अधिकारियों के लिए
- हरा, निर्माणदायी एजेंसी के कर्मचारियों के लिए
- नारंगी, निर्माणदायी एजेंसी के ऐसे कर्मचारी जो ट्रैफिक कार्य में लगे हुए हैं
- पीला, मजदूरों के लिए
- नीला, टेक्नीशियन के लिए