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Agra Building Collapse: बालिका की मौत से दहशत में 50 परिवार, लाल निशान लगाकर काटी बिजली, लोगों ने किया पलायन

Agra Building Collapse धर्मशाला के पीछे 25 मकानों में रह रहे 50 परिवार मकानों में दरार धंसी सड़क प्रशासन से मदद की गुहार। प्रशासन ने खाली कराए मकानों के परिवारवालों को रहने के लिए रैनबसेरा में कहा।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaPublished: Sat, 28 Jan 2023 09:09 AM (IST)Updated: Sat, 28 Jan 2023 09:09 AM (IST)
Agra Building Collapse: बालिका की मौत से दहशत में 50 परिवार, लाल निशान लगाकर काटी बिजली, लोगों ने किया पलायन
Agra Building Collapse: बालिका की मौत के बाद दहशत में 50 परिवार।

आगरा, जागरण संवाददाता। सड़क से दिखाई देते तीन अधगिरे मकान, बचे हिस्से में रखा गृहस्थी का सामान। इसे देख टीला माईथान की सकरी गली में जाने की लोग हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे, ऐसे में हादसे के बाद से इस गली में रह रहे 50 परिवारों में डर और दहशत है। प्रशासन ने 25 घरों पर लाल निशान लगा दिए हैं, बिजली काट दी और मकान खाली करने के लिए कह दिया है। टीला माईथान में धर्मशाला से सटे तीन मकान और एक मंदिर ढह गए, इन मकानों के सामने सकरी गली है दूसरी तरफ मकान है। इस तरह 25 मकान हैं, इनमें 50 परिवार रहते हैं।

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लोग कर गए पलायन

मकानों में दरार आ गई हैं, हादसे के बाद गली में रह रहे लोगों ने पलायन कर दिया है। 10 मकान में रह रहे 20 परिवार घर छोड़ कर चले गए। घरों पर ताला लटका हुआ है। कुछ ने सामान पैक कर लिया, बच्चों को रिश्तेदारी में भेज दिया। समान पैक कर किराए पर मकान की तलाश कर रहे हैं। धर्मशाला में जमीन पर काटी रात, खुले में स्नान मुकेश शर्मा और प्रवीन शर्मा, आरती के परिवार बगल में स्थित ग्या प्रसाद की धर्मशाला में रहने आ गए। इन परिवारों ने जमीन पर रात काटी, गृहस्थी का सामान मकान में ही रह गया।

मकान पर लगाए लाल निशानए काटी बिजली

शुक्रवार सुबह पड़ोसियों से कपड़े लेकर खुले में स्नान किया। बाबी ने बताया कि वह आगे वाली गली में परिवार के साथ किराए के मकान में रहने चले आए। बिजली काटी, बच्चों को लेकर कहां जाएं अंजलि श्रीवास्तव प्रशासन की टीम ने मकान पर लाल निशान लगा दिया है, बिजली काट दी। शाम पांच बजे तक घर खाली करने के लिए कहा है। मगर, कहां जाएं बच्चों की हाईस्कूल की पढ़ाई है। कोई मदद नहीं कर रहा है, रैन बसेरा में रहना पड़ेगा।

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पुस्तैनी मकान को छोड़ने का दुख

सरजू बघेल सामान पैक कर लिया है, किराए पर मकान देख रहे हैं। परिवार में आठ सदस्य हैं, आस पास कोई बड़ा मकान नहीं मिल रहा है। पुस्तैनी मकान है, इसे छोड़कर जाने का दुख भी है। क्या कर सकते हैं, कभी भी मकान गिर सकता है।

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छह हजार का किराया कैसे देंगे बंटी लाल

निशान लगाकर कह दिया है कि मकान खाली कर दो। किराए पर कमरा ले लो या रैन बसेरे में रहो। दो बच्ची और पत्नी है, कहां जाएं। किराए पर कमरा पांच से छह हजार में मिलेगा। किराया कैसे देंगे, कोई सुनने वाला नहीं है।

प्रशासन के मकान खाली करने के अल्टीमेटम पर उठाए सवाल

परिवार को घर का सामान लेकर रैन बसेरा में कैसे रहें कब तक रहना पड़ेगा, यह कोई नहीं बता रहा है किराया कहां से देंगे, मजदूरी करते हैं, पेट भरना मुश्किल है गृहस्थी का सामान अधिक है इसे कहां रखे 


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