Zoom ऐप का इस्तेमाल, कर सकता है साइबर अटैक को आमंत्रित: NSE
Zoom वीडियो कॉलिंग ऐप इस समय साइबर क्राइम का सबसे बड़ा कारण बनकर उभरा है। देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE ने इस ऐप के इस्तेमाल करने पर ट्रेडर्स को चेताया है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। इस समय कोरोना वायरस के अलावा Zoom वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप भी लोगों के लिए संकट पैदा कर रहा है। इस ऐप के जरिए पिछले दिनों कई तरह के डाटा लीक्स और साइबर हमले जैसी घटनाएं सामने आ चुकीं हैं। ऐसे में पिछले सप्ताह केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर एडवाइजरी जारी की थी। अब, देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने ट्रेडर्स को इस ऐप के जरिेए साइबर अटैक होने की संभावना जताई है।
NSE ने अपने ट्रेडिंग मेंबर्स को सर्कुलर जारी करके चेताते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामरी की वजह से देशव्यापी लॉकडाउन होने के बाद लोग Zoom वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप का इस्तेमाल करके साइबर अटैक के शिकार हो रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी की वजह से कई संस्थान ने अपने कर्माचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा है। जिसकी वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप का व्यापक इस्तेमाल होने लगा है। Zoom, Microsoft Teams जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए रिमोट मीटिंग्स और वेबिनार आयोजित किए जाने लगे हैं।
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ऐसा पाया गया है कि इन वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप्स में से कुछ ऐप्स सुरक्षित नहीं है। जिसकी वजह से निजी जानकारियां जैसे कि पहचान, लोकेशन और चर्चा के कंटेंट लीक्स हो सकते हैं। NSE ने अपने सभी सदस्यों को मीटिंग, चर्चा के अतिसंवेदशनशील दस्तावेजों आदि के लिए Zoom ऐप के इस्तेमाल पर रोक लगाई है। हालांकि, वर्क फ्रॉम होम कर रहे ट्रेडर्स के लिए मीटिंग और वार्ता जरूरी है लेकिन इसके लिए Zoom ऐप का इस्तेमाल कर रहे ट्रेडर्स को अति सावधानी बरतनी होगी।
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NSE ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि Zoom के सॉफ्टवेयर को लेटेस्ट अपडेट के साथ अप टू डेट रखें। स्ट्रॉन्ग पासवर्ड या यूनिक पासवर्ड का इस्तेमाल करें ताकि मीटिंग के दौरान आपकी निजी जानकारियां लीक न हो सके। NSE ने एक अलग से सर्कुलर जारी करते हुए सदस्यों को सोशल इंजीनियरिंग, रेनसमवेयर और फिशिंग जैसे साइबर अटैक्स के बारे में चेताते हुए कहा कि इस समय साइबर अटैक का खतरा सबसे ज्यादा है। ऐसे में सभी को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। किसी अज्ञात ई-मेल में आए किसी भी तरह के अटैचमेंट और लिंक को ओपन न करें। अगर, किसी ई-मेल के ग्रामर में गलती हो और अलग फॉर्मेट में हो तो उस मेल को डिलीट करने के लिए कहा गया है ताकि किसी भी तरह के साइबर अटैक से बचा जा सके।
(PTI इनपुट के साथ)