इस मालवेयर की बैंड बजाने में जुटा है Google, यूजर्स की पर्सनल जानकारी पर लगाता था सेंध
Cryptbot Malware गूगल ने एक ऐसे मालवेयर की खोज की है जो यूजर्स की पर्सनल डिटेल को चुराता था। यह यूजर्स के कंप्यूटर से संवेदनशील जानकारी को चुराकर बेच देता था। इसने पिछले साल लगभग 670000 कंप्यूटरों को इन्फेक्ट किया है। (फाइल फोटो जागरण)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। कई ऐसे यूजर्स होते हैं जो बिना सोचे-समझे अपने फोन में किसी भी ऐप को इन्स्टॉल कर लेते हैं। ऐसे यूजर्स के लिये ये सबसे सबसे बड़ी खतरे की घंटी होती है। हाल ही में कई ऐसे ऐप को पाया गया जो चोरी-छिपे यूजर्स की डेटा को चुरा रहे थे।
गूगल ने ऐसे ही एक मालवेयर को ढूंढ निकाला है। गूगल का दावा है कि ये मालवेयर पिछले साल लगभग 670,000 कंप्यूटरों को इन्फेक्ट किया है, और Google क्रोम के यूजर्स का डेटा चोरी किया है। हालांकि, गूगल ने इसे अब हटा दिया है।
क्रिप्टबॉट मालवेयर क्या है?
CryptBot एक प्रकार का मालवेयर है जिसे अक्सर "इन्फोस्टीलर" के नामा से भी जाता है। इसे यूजर्स के कंप्यूटर से संवेदनशील जानकारी, जैसे डाक्यूमेंट्स क्रेडेंशियल्स, सोशल मीडिया अकाउंट लॉगिन, क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट की पहचान करने और चोरी करने के लिए मालवेयर को डिजाइन किया गया है। Google ने समझाया है कि CryptBot चोरी किए गए डेटा को डेटा ब्रीच में इस्तेमाल करने के लिये बेच देता है।
क्रिप्टबॉट ऐसे करता है काम
मालवेयर Google Earth Pro और Google Chrome सहित कई सॉफ्टवेयर के साथ आता है। जब कोई यूजर्स इन सॉफ्टवेयर को डाउनलोड और इन्स्टॉल करते हैं, तो ये बिना उनकी जानकारी के उनके पर्सनल डिटेल को चुराता है। क्रिप्टबॉट वर्जन को खासकर Google क्रोम यूजर्स को टारगेट करने के लिए डिजाइन किया गया है, जहां Google के साइबर अपराध जांच समूह (CCIG) और थ्रेट एनालिसिस ग्रुप (TAG) टीमों ने इसकी पहचान कर इसे अब हटा दिया है।
Google ने लिया कड़ा एक्शन
कंपनी ने CryptBot के कई प्रमुख वितरकों के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। गूगल का कहना है कि इस मालवेयर को फैलाने वाले पाकिस्तान में स्थित हैं, और ये इस मालवेयर को दुनिया भर में यहीं से फैला रहे हैं। CryptBot रोकने के लिए के लिए, अदालत ने वितरकों और उनके खिलाफ CryptBot के फैलाने से जुड़े डोमेन को हटाने के लिए आदेश दिया है।