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E-Ticket: मेट्रो टोकन के लिए लाइन में लगने का झंझट खत्म, चुटकियों में आनलॉइन बुक कर सकेंगे टिकट

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) वर्तमान में एक नई फोन-आधारित क्यूआर कोड टिकटिंग तकनीक के लिए परीक्षण कर रहा है। इसमें कई स्तर शामिल है। नई क्यूआर कोड तकनीक का इस्तेमाल कर ई-टिकट जनरेट करने की सुविधा मिलती है। आइये इसके बारे में जानते हैं।

By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyPublished: Tue, 20 Jun 2023 12:06 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jun 2023 12:07 PM (IST)
DMRC e ticket system starts, know when passengers will get this feature

नई दिल्ली, टेक डेस्क। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने ई-टिकटिंग की सुविधा शुरू की है। यह नई फोन-आधारित क्यूआर कोड टिकटिंग तकनीक पर काम करता है जिसके लिए परीक्षण जारी है।

इसका मतलब यह है कि यात्रियों को टोकन लेने के लिए लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं है, वे अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके टिकट बुक कर सकते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इस तकनीक के लिए रिजेस्ट्रेशन उपयोग के लिए तैयार है। कार्पोरेशन अंतिम परीक्षण चरण पूरा करने के बाद जून के अंत तक इसे लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं।

कैसे करता हैं काम?

पहले कदम के तौर पर DMRC नई तकनीक का इंटरनल परीक्षण कर रही है। इन परीक्षणों में विभिन्न परीक्षण शामिल हैं। इसमें प्रतिगमन (Regression) परीक्षण शामिल हैं, जो यह सुनिश्चित करने करता है कि सिस्टम सुचारू रूप से कार्य करें और बिना किसी समस्या के क्यूआर कोड टिकट जरनेट किया जा सकें।

इसका उद्देश्य यात्रियों को तकनीती उपलब्ध कराने से पहले संभावित बाधाओं की पहचान करना और उनका समाधान करना है। DMRC में कॉर्पोरेट संचार के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा कि वे इस महीने के अंत तक यह सुविधा शुरू कर सकते हैं।

दिल्ली मेट्रो रेल ऐप का उपयोग

नई क्यूआर कोड तकनीक का इस्तेमाल कर ई-टिकट जनरेट करने के लिए यात्रियों को दिल्ली मेट्रो रेल ऐप का इस्तेमाल करना होगा। ऐप यूजर्स को कई विकल्पों के माध्यम से भुगतान करने की अनुमति देता है। भुगतान पूरा होते ही ऐप एक क्यूआर कोड जनरेट करेगा। मेट्रो स्टेशन में प्रवेश पाने के लिए यात्री बस अपने फोन को Automatic Fare collection (AFC) गेट पर क्यूआर कोड स्कैनर के सामने रख सकते हैं।

क्या हैं टिकटिंग के तरीके?

फिलहाल DMRC के लगभग 75 प्रतिशत यात्री अपनी मेट्रो यात्रा के लिए स्मार्ट कार्ड का उपयोग करते हैं। पिछले साल मई में यह प्रतिशत बढ़कर 78% हो गया, लेकिन कोविड-19 महामारी से पहले यह लगभग 70% था। DMRC की दैनिक सवारियां वर्तमान में लगभग 5.5 से 6 मिलियन यात्राएं हैं, जो कि पूर्व-कोविड सवारियों का लगभग 90% है। उस दौरान रोजाना यात्रियों की औसत संख्या 6 से 6.5 लाख के बीच थी।

क्या खत्म हो जाएगी स्मार्ट कार्ड की सुविधा

क्यूआर कोड के माध्यम से ई-टिकट की शुरुआत के साथ, यात्रियों के पास अभी भी टोकन खरीदने, स्मार्ट कार्ड का उपयोग करने या पेपर-आधारित क्यूआर टिकट खरीदने का विकल्प होगा। हालांकि, DMRC के अधिकारियों ने लंबे समय में टोकन के उपयोग को चरणबद्ध करने की योजना का संकेत दिया है।


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