Coronavirus फिशिंग अटैक के मामलों में 667% की बढ़ोत्तरी: रिपोर्ट
COVID-19 का फायदा उठाकर अलग-अलग तरह के फिशिंग कैंपेन लोगों की जानकारी और पैसा चुरा रहे हैं। यह बात एक रिपोर्ट में सामने आई है। फोटो साभार Avast
नई दिल्ली, आइएएनएस। जहां एक तरफ दुनियाभर COVID-19 से परेशान हैं। वहीं, COVID-19 संबंधित ईमेल अटैक्स 667 फीसद तक बढ़ गए हैं। यह आंकड़ा फरवरी के अंत तक का है। हाल ही आई एक रिपोर्ट की मानें तो अलग-अलग तरह के फिशिंग कैंपेन, COVID-19 का फायदा उठाकर लोगों की जानकारी चुरा रहे हैं। साथ ही उनका पैसा भी चुरा रहे हैं। देखा जाए तो यह साइबर वर्ल्ड में काफी चिंताजनक स्थिति है।
क्लाउज-इनेल्ड सिक्योरिटी और डाटा प्रोटेक्शन सॉल्यूशन उपलब्ध कराने वाले प्रोवाइडर Barracuda Networks ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 1 मार्च से लेकर 23 मार्च के बीच रिसर्चर्स ने 4,67,825 फिशिंग इमेल अटैक डिटेक्ट किए गए हैं। वहीं, 9,116 फिशिंग मामले COVID-19 से संबंधित हैं। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो यह कुल अटैक का 2 फीसद है। अगर फरवरी महीने के आंकड़े पर नजर डालें तो इस दौरान COVID-19 से संबंधित 1,188 अटैक डिटेक्ट किए गए हैं। वहीं, जनवरी में इनकी संख्या 137 थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देखा जाए तो जितने साइबर अटैक यूजर्स पर होते हैं उनके मुकाबले COVID-19 से संबंधित अटैक काफी कम हैं। लेकिन यह काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। रिसर्चर्स ने कहा कि उन्होंने COVID-19 सें संबंधित मुख्य रूप से तीन तरह के अटैक देखे हैं। इसमें स्कैमिंग, ब्रांड इम्पर्सोनेशन और बिजनेस ईमेल कॉम्प्रोमाइज शामिल है। ऐसे में जिन अटैक्स का डाटा रिसर्चर्स ने 23 मार्च को देखा उनमें 54 फीसद स्कैम्स थे। 34 फीसद ब्रांड इम्पर्सोनेशन, 11 फीसद ब्लैकमेल और 1 फीसद बिजनेस ईमेल कॉम्प्रोमाइज थे।
इसके अलावा अभी हाल ही में एक Jio रिचार्ज की फेक खबर फैलाई जा रही थी जिससे लोगों की निजी जानकारी और पैसा चुराने की संभावना बनी हुई थी। Jio का नाम लेकर लोगों को एक मैसेज आ रहा है जिसमें कंपनी द्वारा 498 रुपये का फ्री रिचार्ज देने की बात कही गई है। यहां पढ़ें मैसेज की सच्चाई